उज्जैन। कल नए साल का पहला दिन था और महाकाल दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु बाहर से आए। मंदिर क्षेत्र में तो दर्शन व्यवस्था बहाल रही, लेकिन शहर के मार्गों पर यातायात के बुरे हाल थे। शहर का हर प्रमुख चौराहा और मार्ग दिनभर जाम में उलझा रहा और लोग परेशान होते रहे। समझाइश के बावजूद होटल संचालकों और ऑटो चालकों ने बाहर से आए लोगों से मनमाना किराया वसूला। महाकाल मंदिर तथा महाकाल लोक के दर्शन कर कल लाखों श्रद्धालुओं ने नए साल की शुरूआत की। तड़के भस्मआरती से लेकर रात 10 बजे तक दोनों स्थानों पर भीड़ उमड़ती रही। करीब 6 लाख से अधिक लोग कल बाहर से उज्जैन आए थे। इनमें से 50 फीसदी से अधिक श्रद्धालु ट्रेनों से पहुँचे थे और शेष बसों और निजी वाहनों से आए थे। यही कारण था कि कल सुबह से ही आगर रोड, देवास रोड, इंदौर रोड, मक्सी रोड सहित अन्य बाहरी मार्गों से बाहर के श्रद्धालु नगर में प्रवेश करते रहे। मुख्य मार्गों से महाकाल पहँुचने तक के संकेतक नही लगे होने के कारण बाहर के लोग सड़कों पर स्थानीय लोगों से जगह-जगह रूककर पता पूछते रहे। लोगों ने उन्हें सही रास्ता भी बताया, परंतु इस वजह से उक्त सभी मार्गों से जुड़े आंतरिक मार्गों पर दिनभर जाम लगता रहा। जहाँ 16 चौराहों पर नए ट्रेफिक सिस्टम लगे हैं वहाँ भी ग्रीन सिग्नल के इंतजार में वाहनों की संख्या अधिक दिखाई दी। बाहर से आ रहे लोग बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन से इंदौर गेट हरिफाटक ब्रिज होते हुए महाकाल की ओर लगातार बढऩे से इस पूरे एरिया में दिनभर जाम लगते रहे। यही हाल आगर रोड की ओर से आ रहे बाहरी वाहनों का था। कोयला फाटक से लेकर तेलीवाड़ा मार्ग तथा यहाँ से ढाबा रोड तक जाम जैसी स्थिति पूरे दिन रही। इधर दौलतगंज से तोपखाना होते हुए महाकाल पहुंच मार्ग भी पूरे दिन जाम होता रहा। बडऩगर रोड से आ रहे वाहनों के कारण जूना सोमवारिया क्षेत्र से होते हुए दानीगेट और यहाँ से रामघाट होकर महाकाल तक का मार्ग भी अछूता नहीं रहा। इसी तरह इंदौर-उज्जैन बायपास रोड से होकर जंतर-मंतर होते हुए जयसिंह पुरा की ओर जाने वाली सड़क भी दिनभर जाम में फंसी रही और बाहर से आए लोगों के साथ-साथ यहाँ के रहवासी भी परेशान होते रहे।
लगे हुए मीटर से नहीं, मनमानी किराया वसूली
कल शहर में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ थी। इसका फायदा उन ऑटो चालकों ने भी जमकर उठाया जिन्होंने वाहन में नए मीटर लगवा लिए हैं। श्रद्धालुओं के कहने के बावजूद अधिकांश ऑटो चालकों ने लोगों से मनमाना किराया वसूला। किसी ने स्टेशन से महाकाल तक के सवारियों से 150 से 200 रुपए वसूले तो किसी ने 3 किलोमीटर से अधिक का किराया 250 रुपए तक श्रद्धालुओं से झटक लिया। दर्शन तथा जल्दबाजी के कारण श्रद्धालु इसकी शिकायत तक नहीं कर पाए। यही हाल होटल और गेस्ट हाउस संचालकों का रहा। आम दिनों में नॉन एसी रूम के 500 से 800 रुपए तक का किराया वसूल करने वाले लोगों ने जगह नहीं होने का हवाला देकर इसके ऐवज में लोगों से 1 हजार से 2 हजार तक किराया वसूला, जबकि कुछ दिन पहले कलेक्टर और आरटीओ ने बैठक लेकर इन दोनों को समझाया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved