इन्दौर। बायपास (Bypass) पर अब केवल मुख्य मार्ग (Main Road) के दोनों तरफ ही जालियां लगाई जाएंगी। पहले दोनों तरफ जालियां लगाने के साथ मुख्य मार्ग के बीच में भी जालियां लगाने की योजना थी। पिछले दिनों नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (National Highways Authority of India) (एनएचएआई) और आईडीए के अफसरों ने संयुक्त दौरा कर योजना में यह बदलाव किया है। एनएचएआई ने आईडीए को बदलाव के बाद डिटेल इस्टिमेट (Delete Estimate) बनाने को कहा है, ताकि उस हिसाब से अनुमानित राशि का भुगतान अथॉरिटी द्वारा आईडीए को किया जा सके।
बायपास पर यदि राऊ से मांगलिया जंक्शन के बीच तीन लेन पर जालियां लगाई जाती, तो इसकी लंबाई करीब 95 किलोमीटर हो रही थी। दोनों मुख्य मार्ग के बीच जालियां नहीं लगने से यह लंबाई घटकर लगभग 65 किमी रह जाएगी। दरअसल, अफसरों के संयुक्त दौरे में इस बात पर चर्चा हुई थी कि जब दोनों तरफ के मुख्य मार्गों और सर्विस रोड के बीच जालियां लगाई जा रही हैं, तो दोनों मुख्य मार्ग के बीच जाली लगाने का कोई औचित्य नहीं है। पैदल लोग यदि मुख्य मार्ग को क्रॉस करने के लिए दाखिल होंगे तो सर्विस रोड तरफ से ही होंगे। वहां जालियां लगाई जाकर लोगों की आवाजाही को रोका जा रहा है, इसलिए अनावश्यक रूप से बीच में जालियां लगाने पर राशि नहीं खर्च की जाए। जालियों के लिए एनएचएआई ने आईडीए को 15 करोड़ रुपए देने की सहमति दी है, लेकिन हालिया बदलाव के बाद यह राशि और कम होने की उम्मीद है।
पहले कांक्रीट के पोल और तार लगाने की थी तैयारी
पहले एनएचएआई ने बायपास पर कांक्रीट के पोल और तार लगाकर फैंसिंग की तैयारी की थी, लेकिन आईडीए के अफसरों का कहना था कि कांक्रीट के पोल और तार तो लोग आसानी से तोड़ देंगे या चोरी हो जाएंगे। इससे बेहतर है कि स्टील की जालियां लगाकर पक्का काम किया जाए। इस पर एनएचएआई ने भी बात मानी और अब बायपास पर स्टील की जालियां ही लगाई जाएंगी।
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