उज्जैन। आगामी 14 जुलाई से सावन का महीना शुरु हो रहा है और इसका पहला सोमवार 18 जुलाई को आ रहा है। इसी दिन से भगवान महाकाल की सावन भादौ मास में निकलने वाली सवारियों का क्रम शुरु होगा। इसी दिन उज्जैन नगर निगम चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। ऐसे में प्रशासन पर विशेष दबाव रहेगा। उल्लेखनीय है कि नगर निगम चुनाव के लिए उज्जैन में 6 जुलाई को मतदान होना है। चुनाव परिणाम 18 जुलाई को घोषित होंगे। संयोग से इस बार भगवान महाकाल की सावन भादौ मास में निकलने वाली सवारियों का क्रम भी 18 जुलाई से आरंभ होने जा रहा है। इस दिन सोमवार है और भगवान महाकाल की पहली सवारी निकलेगी। ऐसे में इसी दिन नगर सरकार में चुनकर आए नए 54 पार्षदों और एक महापौर प्रत्याशी को भगवान महाकाल की पहली सवारी के पूजन का अवसर मिलेगा।
गौरतलब है कि 22 जून को नाम वापसी के बाद उज्जैन नगर निगम चुनाव में 54 वार्डों में कुल 179 प्रत्याशी मैदान में रह गए थे। इनमें से 54 प्रत्याशी भाजपा के और 54 प्रत्याशी कांगे्रस पार्टी के हैं। इसके अलावा 11 उम्मीदवार आम आदमी पार्टी के हैं और 4 बहुजन समाज पार्टी के बैनर पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनके अतिरिक्त 54 वार्डों में 56 निर्दलीय उम्मीदवार भी भाग्य आजमा रहे हैं। अभी यह सब उम्मीदवार सुबह से लेकर देर रात तक वोट के लिए मतदाताओं के द्वार खटखटा रहे हैं। इनके अलावा महापौर पद के भी 5 उम्मीदवार नाम वापसी के बाद मैदान में रह गए हैं। इनमें कांग्रेस से महेश परमार, भाजपा के मुकेश टटवाल के अलावा आम आदमी पार्टी से संतोष वर्मा, बसपा से प्रकाशचन्द्र नरवरिया और बाबूलाल चौहान निर्दलीय महापौर का चुनाव लड़ रहे हैं। कुल मिलाकर 18 जुलाई को इन सभी उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला नगर सरकार के लिए उज्जैन के 4 लाख 61 हजार 103 मतदाता कर देंगे। जो जीतेगा संयोग से इस बार उसे महाकाल की पहली सवारी का पूजन करने का अवसर मिलेगा।
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