आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी (Kiran Kumar Reddy) शुक्रवार (7 अप्रैल) को बीजेपी में शामिल हो गए. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बताया कि उन्होंने पार्टी क्यों छोड़ी.
कांग्रेस के पूर्व नेता किरण कुमार रेड्डी ने कहा, ”मैंने कभी नहीं सोचा था कि कांग्रेस को छोड़ना पड़ेगा. एक कहावत है कि मेरा राजा बहुत बुद्धिमान है, वो कभी अपने आपसे नहीं सोचते, ना ही वो किसी की सलाह मानते. आप सबको पता चल गया होगा कि मैं क्या कहना चाहता हूं.”
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों के मत को नहीं समझ पा रही है. पार्टी न तो विश्लेषण कर रही है कि गलती क्या है और न ही वे सही करना चाहते हैं. वह यही सोचने हैं कि मैं ही सही हूं और देश की जनता सहित बाकी सब गलत है. इसी विचारधारा कि वजह से मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया.
रेड्डी ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की.
‘बातचीत तक नहीं करता’
पूर्व मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि उनका (कांग्रेस नेतृत्व) मानना है कि वे सही है और भारत के लोगों सहित अन्य सभी गलत हैं. वे नियंत्रण बनाए रखने के लिए अधिकार चाहते हैं, लेकिन कड़ी मेहनत नहीं करना चाहते हैं या कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं. कांग्रेस के साथ अपने परिवार के छह दशक से अधिक लंबे जुड़ाव का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस को सभी राज्यों में नुकसान हो रहा है लेकिन उसका आलाकमान दूसरों के साथ बातचीत तक नहीं करता है या ना ही उनकी राय लेता है.
किरण कुमार रेड्डी कौन हैं?
इसी साल मार्च महीने में रेड्डी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. सितंबर, 1959 में जन्मे रेड्डी ने 25 नवंबर, 2010 से 01 मार्च, 2014 तक अविभाजित आंध्र प्रदेश के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कियाय दो जून, 2014 को तेलंगाना राज्य के गठन से पहले वह संयुक्त आंध्र प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री थे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved