– निजी अस्पतालों के बैड भी करेंगे आरक्षित
इंदौर। बीते 4 दिनों में ही 503 कोरोनो पॉजिटिव और इंदौर में बढ़ गए, जिसके चलते कुल मरीजों की संख्या 5906 हो गई है। लिहाजा एक बार फिर इंदौर अलर्ट पर आ गया है। हालांकि मुख्य सचिव द्वारा की गई समीक्षा में होम आइसोलेशन सहित अन्य कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा किए गए प्रयोगों की सराहना की गई। वहीं लगभग 4 हजार बैड भी आने वाले दिनों के लिए तैयार रखने को कहा गया।
145 नए पॉजिटिव मरीज और मिले। वहीं चार दिनों में 11105 टेस्ट किए गए, जिनमें 10602 नेगेटिव और 503 पॉजिटिव मिले हैं। कलेक्टर मनीष सिंह ने एक बार फिर शहर की जनता और व्यापारियों से अनुरोध किया कि वे कोरोना संक्रमण से बचने के लिए पूरी सावधानी बरतें। तमाम हिदायत व प्रतिबंधों के बावजूद अभी भी लोग सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा मास्क भी नहीं लगा रहे हैं और जगह-जगह सब्जियों के ठेले अस्थायी मंडियों पर भीड़ नजर आ रही है। वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए मुख्य सचिव इकबालसिंह बैस और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने इंदौर की समीक्षा की, जिसमें होम आइसोलेशन के मॉडल को सभी जिलों को अपनाने की सलाह भी दी। इंदौर में इस मॉडल के तहत सबसे अच्छा काम हुआ है। वहीं क्वारेंटाइन सेंटरों की जरूरत पडऩे के अलावा लगभग 4 हजार और बिस्तर भी अस्पतालों में लगेंगे, क्योंकि जुलाई के साथ-साथ अगस्त में भी कोरोना मरीजों की संख्या बढऩे का अनुमान लगाया गया है। कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक शहर में अभी पर्याप्त संख्या में बिस्तर और ऑक्सीजन बैड भी उपलब्ध हैं, लेकिन निजी अस्पतालों में भी और बिस्तरों को आरक्षित किया जाएगा। पिछले दिनों हालांकि शहर के कई अस्पतालों के लिए आदेश जारी किए थे, जिनमें 7 से 8 प्रतिशत बैड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने को कहा गया था। कलेक्टर के मुताबिक कोरोना संक्रमण लापरवाही के कारण अधिक बढ़ रहा है। इसीलिए मंडियों के साथ-साथ कुछ मार्केटों को बंद करवाया गया। वहीं किल कोरोना अभियान के तहत जो 4800 से अधिक संदिग्ध मिले हैं उनकी भी सेम्पलिंग भी करवाई गई।
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