भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इशारों-इशारों मेंअधिकारियों को बड़ी नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने पद का घमंड सबसे ज्यादा होता है, लेकन वे पद मिलने पर अहंकार न करें. हम सभी जनसेवक हैं, जनता की सेवा करें. मुझे लेन-देन की शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए. बिना लेन-देन के पूरे मध्य प्रदेश में काम हो, यही रामराज्य है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह बात लोक सेवक दिवस समारोह में कही. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो घमंड में जो होता है उसको झुकना पड़ता है. इसिलए सभी जमीन से जुड़े रहें. घमंड तो रावण का भी नहीं चला.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से कहा कि इसलिए ये न सोचें कि मैं आईएएस हूं, देख लूंगा. दूसरी ओर, मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों को गुड गवर्नेंस की परिभाषा भी सिखाई. उन्होंने कहा कि बिना लेन-देन के लोगों के काम हों, लोगों को काम के लिए कहीं भटकना न पड़े. आपका जीवन आपका नहीं, ये गरीब लोगों के लिए भी है. हम सब जनसेवक हैं, जो कुछ भी है जनता के लिए है. हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि सरकार और जनता के बीच की दूरी कम हुई है. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि सर्विस के साथ अपने परिवार पर भी ध्यान दें. पारिवारिक जीवन सुखी होंगा तो बेहतर काम कर पाएंगे. एक अफसर चाहे तो एक जिला, एक डिपार्टमेंट बदल सकता है.
अब तक लेन-देन बंद क्यों नहीं कराया- पूर्व मंत्री पीसी शर्मा
सीएम शिवराज सिंह चौहान के अधिकारियों को नसीहत देने के बयान पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि लेना-देना था तो अभी तक बंद क्यों नहीं कराया. इतने सालों में ऐसे लोगों को पकड़ा क्यों नहीं अब तक आपने. सैकड़ों की तादाद में केस ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त में पेंडिंग हैं. कर्मचारियों का डीए रोक रखा है वह मुख्यमंत्री दें दें. प्रदेश में ओल्ड पेंशन लागू कर दें. शराब दुकान के नाम पर नगर निगम जो मनमानी कर रहा है उस पर अंकुश क्यों नहीं लगाते.
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