उज्जैन। शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे स्मार्ट ट्रेफिक सिग्नल के कैमरे रोजाना करीब 400 से अधिक वाहन चालकों को यातायात के नियम तोड़ते कैद कर रहे हैं। पिछले साल तक ऐसे लोगों की संख्या प्रतिदिन 300 के आसपास थी अब यह और बढ़ गई है। नियम तोडऩे वाले लोगों के आरटीओ द्वारा वाहन रजिस्ट्रेशन निरस्त किए जा रहे हैं। एक दिन में लगभग 6 वाहनों के पंजीयन निरस्त हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शहर के 16 प्रमुख चौराहों पर दो साल पहले स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा इंटीग्रेटेड ट्राफिक सिस्टम सिग्नल लगवाए गए थे। यहाँ लगे आधुनिक सीसीटीवी कैमरों और स्पीड गवर्नर पर निगरानी के लिए स्मार्ट सिटी कार्यालय में कंट्रोल रूम भी बना हुआ है, वहीं से 24 घंटे 16 चौराहों पर सतत मॉनीटरिंग की जाती है। इसकी शुरुआत लगभग 16 माह पहले जनवरी 2021 में हो गई थी। उसके बाद से ही स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा कंट्रोल रूम की स्क्रीन पर नियम तोड़ते कैमरों में कैद हो रहे वाहन चालकों को ई-चालान भेजे जा रहे हैं। नियम तोडऩे वालों के लिए 500 रुपए की राशि का ई-चालान भेजा जाता है।
120 सेकंड का इंतजार, 15 सेकंड में खत्म
इधर शहर के नागरिकों का कहना है कि वे भी शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए ट्राफिक नियमों का पालन नियमानुसार करना चाहते हैं लेकिन शहर के प्रमुख चौराहों पर जहाँ नया ट्राफिक सिस्टम लगा है, वहाँ सिग्नलों का टाईम टेबल ठीक से सेट नहीं हैं। अधिकांश चौराहों पर रेड लाईट 120 सेकंड तक चालू रहती है, वहीं इतना इंतजार करने के बाद वाहन चालकों को सिग्नल क्रास करने के लिए ग्रीन लाईट सिर्फ 15 सेकंड के लिए मिलती है। ऐसे में नहीं चाहकर भी लोग चौराहा क्रास करते वक्त नियम तोड़ते हुए समय कम होने के कारण कैमरों में कैद हो जाते हैं।
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