अबू धाबी। संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में बना पहला बीएपीएस हिंदू मंदिर आए दिन सुर्खियों में रहता है। जहां एक महीने के अंदर लाखों संख्या में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु पहुंचे। वहीं, अब यहां रमजान के पाक महीने को लेकर एक अंतरधार्मिक सांस्कृतिक संध्या की मेजबानी की गई। ओम्सिय्यत नामक इस कार्यक्रम में न सिर्फ मुस्लमान बल्कि अलग-अलग धर्मों के 200 से अधिक लोग शामिल हुए।
ओम्सिय्यत में बीएपीएस मंदिर में स्वामी ब्रह्मविहरिदास के साथ सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मामलों के मंत्री शेख नाह्यान बिन मुबारक अल नाह्यान दिखाई दिए। इसके अलावा, विदेश व्यापार राज्य मंत्री डॉ थानी बिन अहमद अल जेयौदी, और सामुदायिक विकास विभाग के अध्यक्ष डॉ मुगीर खामिस अल खैली सहित कई प्रमुख हस्तियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम दो अप्रैल को आयोजित हुआ था। इसमें स्थानीय धार्मिक समुदायों के नेता भी उपस्थित हुए। अब्राहमिक फैमिली हाउस के रब्बी जेफ बर्जर, रब्बी लेवी दुचमैन, चर्च ऑफ साउथ इंडिया पैरिश के फादर लालजी और बाह आई समुदाय के नेता उपस्थित थे।
अब्राहमिक फैमिली हाउस के रब्बी जेफ बर्जर ने कहा, ‘विविधता में एकता केवल एक सिद्धांत नहीं है बल्कि यह एक अभ्यास है। इसे आज रात यहां स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया गया है। यह कार्यक्रम समझ और सम्मान की दिशा में हमारी साझा यात्रा का प्रतीक है।’
जबकि शेख नाह्यान ने बीएपीएस हिंदू मंदिर के प्रभाव पर जोर देते हुए कहा, ‘जब दुनिया अलगाववाद, अविश्वास, असहिष्णुता और संघर्षों से खतरे में हैं, तब यह मंदिर लोगों में आशा लाता है। मैं इस अंतरधार्मिक कार्यक्रम के लिए बीएपीएस हिंदू मंदिर की सराहना करता हूं। सभी मानव जाति की भलाई के लिए सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रेखाओं में एक साथ काम करने का हिंदू मंदिर का मजबूत संकल्प वास्तव में सराहनीय है।’
बीएपीएस हिंदू मंदिर के प्रमुख स्वामी ब्रह्मविहरिदास ने सभी मेहमानों का आभार जताया। कार्यक्रम का समापन शाकाहारी ‘सुहूर’ के साथ हुआ, जिसमें मंदिर के स्वयंसेवकों द्वारा बनाए गए अरबी और भारतीय भोजन शामिल थे।
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