राजधानी दिल्ली में कोरोना (Corona omicron) की रफ्तार डराने लगी है. जिस स्पीड से मामले अब बढ़ चले हैं, आने वाले दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है. उस खराब स्थिति का अंदाजा राज्य सरकार ने लगा लिया है. ऐसे में पहले से सावधानी बरतते हुए अस्पतालों में बेड बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इसी कड़ी में अब प्राइवेट अस्पतालों में 50 फीसदी बेड कोरोना मरीजों (corona patients) के लिए रिजर्व करने का फैसला लिया गया है.
कोरोना संकट के बीच बड़ा फैसला
आदेश में कहा गया है कि जिन भी अस्पताल या फिर नर्सिंग होम में 50 से ज्यादा बेड रहेंगे, वहां पर 40 फीसदी बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व करने पड़ेंगे. अब ये फैसला तब हुआ है जब कुछ दिन पहले ही सीएम केजरीवाल ने कहा था कि कोरोना के नए वैरिएंट की वजह से मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है. लेकिन अब कुछ ही दिनों में ट्रेंड बदलना शुरू हुआ है. AIIMS में कई कोरोना मरीज आ रहे हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में हॉस्पिटलाइजेशन बढ़ने का डर बना हुआ है.
दूसरी लहर के दौरान भी सरकार की तरफ से अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बेड को रिजर्व किया गया था. होटल तक को क्वारंटीन सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया गया था. अब जब फिर मामलों में वहीं तेजी देखने को मिल रही है, ऐसे में सरकार कई कदम समय से पहला उठाना चाहती है.
दिल्ली का कोरोना मीटर
दिल्ली के कोरोना मीटर की बात करें तो आज राजधनी में 5481 नए मामले सामने आए हैं. पॉजिटिविटी रेट भी 8.37 फीसदी पहुंच गई है. इस समय दिल्ली में कुल 2992 कंटेनमेंट जोन हैं. अब क्योंकि ये मामले अभी भी लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में दिल्ली में वीकेंड लॉकडाउन लगा दिया गया है. ये शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक जारी रहने वाला है. सिनेमा हॉल और स्कूल तो पहले ही बंद कर दिए गए हैं. वैसे मेट्रो को लेकर नियमों में थोड़ी तब्दीली जरूर की गई है. लंबी कतारों को देखते हुए राज्य सरकार ने मेट्रो को फुल कैपिसिटी के साथ चलाने का फैसला लिया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved