पुलवामा. नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने पीडीपी (PDP) पर एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरी पार्टी अनंतनाग-राजौरी (Anantnag-Rajouri) निर्वाचन क्षेत्र में एक ऐसे दोस्त के खिलाफ चुनाव लड़ रही है जो लोकसभा (Lok Sabha) सीट के लिए लालची हो गया है.’ अब्दुल्ला स्पष्ट रूप से पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) के दक्षिण कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट से चुनाव लड़ने का जिक्र कर रहे थे. एनसी ने इस सीट से अपने वरिष्ठ नेता मियां अल्ताफ को मैदान में उतारा है.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग-राजौरी सीट पर लड़ाई भाजपा से नहीं है. वहां नेशनल कॉन्फ्रेंस का मुकाबला दुर्भाग्य से हमारे एक मित्र से है, जो कुछ दिन पहले तक हमारे साथ था. दुर्भाग्य से, उन्होंने एक सीट के लालच में हमें छोड़ दिया. कम से कम यहां हमारा मुकाबला भाजपा या उसकी बी या सी टीमों के साथ नहीं है.’ एनसी और पीडीपी, जो विपक्षी इंडिया ब्लॉक के घटक हैं, पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (PAGD) का भी हिस्सा थे, जिसका गठन अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद हुआ था.
हालांकि, दोनों पार्टियों ने कश्मीर घाटी की तीनों लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. पीडीपी ने एनसी पर उसके सामने ‘कोई विकल्प नहीं छोड़ने’ का आरोप लगाया था. उमर अब्दुला ने पलटवार करते हुए कहा था कि पीडीपी 2020 में जिला विकास परिषद चुनावों के लिए पीएजीडी के घटकों के बीच बनी सहमति से पीछे हट रही है. एनसी उपाध्यक्ष ने शनिवार को कहा कि भाजपा घाटी में सीधे तौर पर संसदीय चुनाव नहीं लड़ रही है, वह अपनी पार्टी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस जैसे दलों का समर्थन कर रही है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘लोगों की प्रतिक्रिया को देखते हुए मुझे उम्मीद है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (घाटी में) सभी तीन सीटें जीतेगी.’ भाजपा के इस दावे के बारे में एक सवाल के जवाब में कि क्या राजग 400 से अधिक सीटें जीतेगा, अब्दुल्ला ने कहा, ‘नतीजों के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा.’ उन्होंने दावा किया, ‘लद्दाख सीट उनके (बीजेपी) हाथ से फिसलती जा रही है.’ नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा, ‘पहले चरण के मतदान के बाद ऐसा लगता है कि भाजपा उधमपुर सीट भी नहीं बचा पाएगी. देखते हैं जम्मू सीट पर क्या होता है.’
हमें लगता है BJP की उधमपुर सीट खतरे में है: उमर
भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख रवींद्र रैना के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि पार्टी जम्मू क्षेत्र में दोनों संसदीय सीटें जीतेगी, अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं उन्हें याद दिला दूं कि जम्मू सीट पर अभी तक चुनाव नहीं हुए हैं और हम भी नहीं जानते की वहां कितने वोट पड़ेंगे. पहले मतदान होने दीजिए, फिर बीजेपी अपनी जीत का दावा करे. फिलहाल हमें लगता है कि उनकी उधमपुर सीट खतरे में है.’ बता दें कि उधमपुर सीट पर भाजपा के जितेंद्र सिंह जीत की हैट्रिक बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इस सीट पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान हो चुका है.
कांग्रेस ने उधमपुर से चौधरी लाल सिंह को मैदान में उतारा है और गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी ने तीन बार के पूर्व विधायक जीएम सरूरी को यहां से टिकट दिया है. एनसी उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा ने कश्मीर में कई दावे किए लेकिन घाटी में चुनाव नहीं लड़ा. अब्दुल्ला ने कहा, ‘रवींद्र रैना दक्षिण कश्मीर सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? उनकी ऐसी क्या मजबूरी थी कि उन्हें दूसरी पार्टियों को आगे बढ़ाना पड़ा, चाहे वह क्रिकेट बैट (अपनी पार्टी) हो या एप्पल (पीपुल्स कॉन्फ्रेंस), ये पार्टियां भाजपा के लिए काम कर रही हैं.
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