नई दिल्ली: इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की तरफ तेजी से कदम बढ़ा रही ओला ने अब अचानक खर्चों में कटौती पर फोकस कर दिया है. कंपनी में भर्तियां देखने वाली इंटरनल एजेंसी का कहना है कि जल्द बड़ी छंटनी होने वाली है.
इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार, कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि वह 400-500 कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है, लेकिन अब कंपनी से जुड़े सूत्रों ने कहा है कि यह संख्या 1 हजार तक जा सकती है. कंपनी का पूरा जोर अभी खर्चों में कटौती पर है.
मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कंपनी अब अपना पूरा ध्यान ई-मोबिलिटी की ओर दे रही है और इसीलिए लगातार भर्तियां भी की थीं. प्रमुख मैनेजरों से अपनी टीम के उन लोगों की लिस्ट बनाने के लिए कहा गया है, जिनकी छंटनी की जा सकती है. सूत्र ने आगे कहा कि ओला ने ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे विदेशी बाजारों में निवेश पर भी ब्रेक लगा दिया है, जहां वह पहले से मौजूद है.
कंपनी बदल रही पूरा कारोबार
ओला ने अपने पूरे बिजनेस ढांचे को बदलने की राह पकड़ ली है. कंपनी का फोकस इलेक्ट्रिक वाहन बनाने पर है, जिसके लिए ताबड़तोड़ भर्तियां भी की जा रही हैं. रिक्रूटमेंट प्रोसेस में शामिल अधिकारियों का कहना है कि कंपनी अन्य क्षेत्रों में कर्मचारियों की संख्या घटाकर ई-मोबिलिटी की तरफ बढ़ा रही है. इसके अलावा हाइपरलोकल, फिनटेक और यूज्ड कार के बिजनेस पर भी इस प्रक्रिया का असर पड़ रहा है.
खुद ही कंपनी छोड़ रहे कर्मचारी
मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जिन लोगों की छंटनी की जानी है, कंपनी ने उनका इंक्रीमेंट नहीं किया है और ऐसे कर्मचारी निकाले जाने से पहले खुद ही जॉब छोड़कर जा रहे हैं. एक सूत्र ने बताया वे हर महीने करीब 100-150 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज करते हैं, जिसमें से 40-50 करोड़ रुपये का हो प्रॉफिट रहा है. ओला डैश जैसा खर्चीला कारोबार बंद करने और कर्मचारियों की लागत में कटौती से कंपनी का ऑपरेशनल मार्जिन बढ़ जाएगा. और अगर कंपनी आईपीओ की दिशा में आगे बढ़ती है तो यह उन्हें मुनाफा कमाने वाले कारोबार के तौर पर भी दिखाएगा.
800 कर्मचारियों की भर्ती होगी
सूत्रों का कहना है कि एक तरफ तो कंपनी छंटनी कर रही लेकिन दूसरी ओर तेजी से भर्तियां भी कर रही है. कंपनी छोड़कर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के एवज में अभी 4 लोगों को भर्ती किया जा रहा है. कंपनी सिर्फ कार बिजनेस के लिए 800 लोगों की भर्तियां करने की तैयारी में है. बैटरी सेल बिजनेस के लिए भी अलग से भर्तियां की जाएंगी. इसका सीधा मतलब है कि कंपनी अपनी प्रक्रिया में बदलाव कर रही. इसके बंगलूरू स्थित प्लांट में ही 500 से ज्यादा इंजीनियर और पीएचडी धारकों की भर्ती की जा चुकी है.
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