निर्दयी हुआ वन विभाग का अमला
तेंदुए की दोनों आंखों से दिखना बंद हुआ, भोपाल में होना है सीटी स्कैन
इन्दौर। पिछले 20 दिनों पहले भिड़ंत में घायल हुआ तेंदुआ गंभीर हालत में है और उसकी दोनों आंखों से दिखना बंद हो गया, लेकिन वन विभाग के अफसरों को फुरसत नहीं मिलने के कारण भोपाल में उसका सीटी स्कैन नहीं हो पा रहा है। जू के अधिकारियों ने कई बार वन विभाग के अफसरों को मामला बता दिया है।
कम्पैल के नयापुरा गांव के समीप दो तेंदुओं में भिड़ंत के बाद एक तेंदुआ गंभीर रूप से घायल हो गया था। कुछ लोगों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी और घायल तेंदुए को प्राणी संग्रहालय लाया गया था। तभी से उसका इलाज चल रहा है। प्रभारी अधिकारी डॉ. उत्तम यादव के मुताबिक घायल तेंदुए के सिर पर गंभीर चोटें थीं और इंटरनल इंजुरी के कारण आंखों पर इसका असर पड़ा है। फिलहाल तेंदुए की दोनों आंखों से दिखना बंद हो गया है और उसका भोपाल स्थित पशु चिकित्सालय में सीटी स्कैन कराया जाना है। इस बारे में वन विभाग के अधिकारियों को दो से चार बार सूचना दे दी गई है। महू वेटरनरी कॉलेज और जू के अधिकारी तेंदुए के इलाज में जुटे हैं, लेकिन उसका सीटी स्कैन होना जरूरी है और वन विभाग की टीम ही उसे भोपाल जांच के लिए ले जा सकेगी। इसी के चलते मामला उलझन में पड़ा हुआ है। इसके पहले भी वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही उस समय सामने आई थी, जब कम्पैल के पास तेंदुआ सड़क पर काफी देर तक घायल अवस्था में पड़ा रहा और राहगीर फोन लगाते रहे, लेकिन वन विभाग के अधिकारी बमुश्किल वहां पहुंचे।
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