संबलपुर। ओडिशा के विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा ने संबलपुर में भाजपा के एक विरोध प्रदर्शन के दौरान रिश्वत लेने का आरोप लगाने के बाद एक महिला पुलिस अधिकारी को कथित रूप से धक्का देकर विवाद खड़ा कर दिया है। हालांकि, बवाल होने पर विधायक ने आरोप को खारिज कर दिया और दावा किया कि धनुपाली थाना प्रभारी अनीता प्रधान ने उन्हें धक्का दिया था।
दोनों पक्षों ने दर्ज कराई शिकायत
दोनों ने घटना के संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। अधिकारी ने उचित जांच का भरोसा दिया है। दरअसल,यह घटना बुधवार को संबलपुर में जिला कलेक्टर के कार्यालय के बाहर भाजपा के विरोध प्रदर्शन के दौरान घटी थी। भाजपा राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर राज्यव्यापी प्रदर्शन कर रही थी।
मुझे डकैत और घुसखोर कहा: महिला पुलिस अधिकारी
प्रधान के अनुसार, जब भाजपा कार्यकर्ता कलेक्टर के परिसर में घुसने की कोशिश कर रहे थे, तो वह मिश्रा के साथ आमने-सामने आ गईं, जिन्होंने पूछा कि वह कौन हैं। महिला अधिकारी ने कहा ने कहा कि जब मैंने खुद के बारे में उन्हें बताया तो उन्होंने मुझ पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया और मुझे डकैत कहा। जब मैंने पूछा कि वह इस तरह के आरोप क्यों लगा रहे हैं, तो उन्होंने मेरे चेहरे पर धक्का दे दिया।
भाजपा विधायक ने दी सफाई
भाजपा विधायक जयनारायण मिश्रा ने आरोप को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस महिला श्रमिकों को यातना दे रही है। हम इसी के विरोध में आवाज उठा रहे थे लेकिन उस महिला पुलिस ने मेरे खिलाफ नारेबाजी का आरोप लगा दिया और मुझे धक्का दे दिया। मैंने उन्हें धक्का नहीं दिया। उन्होंने एक साजिश रची। मैं उन्हें जानता भी नहीं हूं।
पुलिस अधीक्षक ने मांगी फिल्ड रिपोर्ट
इस बीच संबलपुर के पुलिस अधीक्षक बी गंगाधर ने कहा कि उन्होंने घटना की फील्ड रिपोर्ट मांगी है और मामले की जांच की जाएगी। ओडिशा पुलिस सर्विस एसोसिएशन, संबलपुर चैप्टर ने मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए डीआईजी, उत्तरी रेंज का रुख किया है।
ओडिशा में कानून का कोई शासन नहीं : भाजपा
भाजपा प्रवक्ता ललितेंदु बिद्याधर महापात्र ने हालांकि कहा कि झारसुगुडा जिले में एक पुलिसकर्मी ने एक मंत्री की कथित तौर पर हत्या कर दी। अब, एक महिला पुलिस अधिकारी विपक्ष के नेता को परेशान कर रही है। ओडिशा में कानून का कोई शासन नहीं है। हम मुख्यमंत्री की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी मिश्रा से डरती है क्योंकि वह 21 फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाएंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved