नई दिल्ली. ओडिशा (Odisha) में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के साथ-साथ विधानसभा (Assembly) के लिए भी वोटिंग होनी है और इसके चुनाव प्रचार अभियान जोरों पर है. शनिवार को पीएम मोदी (PM Modi) ने राज्य में चुनावी रैलियों को संबोधित किया और सीएम नवीन पटनायक (Chief Minister Naveen Patnaik) पर तीखा हमला किया. दरअसल पीएम मोदी और नवीन पटनायक के बीच चुनाव प्रचार के दौरान भी कभी कटुता नहीं देखी गई, खुद पीएम मोदी नवीन पटनायक को लेकर अपनी सभाओं में उन्हें ‘नवीन बाबू ‘कहते नजर आए हैं.. लेकिन इसे सियासी मजबूरी ही कहिए या कुछ और..दोनों अब एक- दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं.
शनिवार को कंधमाल, बोलांगीर और बारगढ़ लोकसभा सीटों की चुनावी सभाओं में में पीएम मोदी ने ओडिशा ‘अस्मिता’ (गौरव) को राज्य में एक प्रमुख चुनावी मुद्दे के रूप में उठाते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पांडियन पर परोक्ष हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा बीजद सरकार राज्य को “सुपर सीएम” चला रहे हैं. मोदी ने ओडिशा ‘अस्मिता’ का मुद्दा उठाते हुए राज्य के बारे में उनके ज्ञान को लेकर सत्तारूढ़ बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक पर सीधा हमला बोला.
ओडिशा अस्मिता को बनाया बीजेपी ने मुद्दा
मोदी ने कहा, ”मुझे यकीन है कि आपके मुख्यमंत्री बिना कागज की मदद के सभी 30 जिलों और उनके मुख्यालयों का नाम नहीं बता सकते.’ उन्होंने कहा कि वह इस बारे में बोलने के लिए मजबूर हैं क्योंकि भाजपा ने ओडिशा की ‘अस्मिता’ को बचाने का फैसला किया है.यह कहते हुए कि 25 साल की अवधि एक लंबा समय है जब एक पूरी पीढ़ी वयस्क हो जाती है, मोदी ने कहा कि राज्य में विकास की सभी संभावनाएं होने के बावजूद बीजद ओडिशा का विकास नहीं कर सका.
पीएम ने कहा, “10 जून को, भाजपा के मुख्यमंत्री भुवनेश्वर में शपथ लेंगे. हम आपको एक ऐसा मुख्यमंत्री देंगे जो ओडिशा में पैदा हुआ हो, और जो इस भूमि की परंपरा को जानता हो और उसकी सराहना करता हो. मैं सबको 10 जून को भाजपा के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में निमंत्रण देता हूं.’ यह कहते हुए कि पटनायक के नेतृत्व वाली सरकार ओडिशा में सत्ता में रहने के लायक नहीं है, मोदी ने कहा, “आज, बीजद नेताओं के खिलाफ लोगों में गुस्सा है और वे केवल एक ही बात कह रहे हैं, ‘साहिब को ओडिशा कितने दिन तक बर्दाश्त करेगा? मैं ओडिशा में चुनाव लड़ रहे बीजेपी विधायक और सांसद उम्मीदवारों के लिए दोहरा आशीर्वाद मांगने आया हूं.’
जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की चाबियां गायब
जगन्नाथ धाम का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भगवान जगन्नाथ ओडिया लोगों की आत्मा हैं. मोदी ने कहा कि पिछले छह सालों से श्री जगन्नाथ मंदिर में पवित्र श्री रत्न भंडार के आंतरिक कक्ष की चाबियाँ गायब हैं. पीएम मोदी ने कहा, ‘क्या हम यह समझने के हकदार नहीं हैं कि ये चाबियां कहां हैं? राज्य प्रशासन का दावा है कि उन्होंने रत्न भंडार की डुप्लिकेट चाबियां खोज ली हैं, लेकिन उन्हें कैसे बनाया गया और किसने बनाया? इस बात को लेकर अनिश्चितता है कि उनका उपयोग किया गया था या नहीं.’
पीएम मोदी ने कहा कि राज्य प्रशासन ने इस मुद्दे की जांच एक आयोग को सौंपी थी, लेकिन ओडिशा सरकार ने रिपोर्ट के निष्कर्षों का खुलासा नहीं किया है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा, “बीजद सरकार इस मुद्दे से क्यों बच रही है? इसके पीछे क्या कारण है? राज्य प्रशासन किसे बचाने का प्रयास कर रहा है?”
नवीन पटनायक का पलटवार
पीएम के भाषण का जवाब सीएम नवीन पटनायक ने भी दिया. पीएम मोदी के 10 जून को बीजेपी सरकार के शपथ ग्रहण वाले बयान पर उन्होंने कहा कि भाजपा अगले 10 वर्षों में भी ओडिशा नहीं जीत पाएगी. सीएम नवीन पटनायक ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव के बाद उनकी बीजद लगातार छठी बार सत्ता में लौटेगी.उन्होंने कहा, ’10 जून को कुछ नहीं होगा. भाजपा अगले 10 वर्षों में लोगों का दिल नहीं जीत पाएगी, 10 जून के बारे में भूल जाइए. बीजद छठी बार ओडिशा में सरकार बनाएगी.’
पीएम को निशाने पर लेते हुए नवीन पटनायक ने कहा, “ओडिशा के बहुत सारे बहादुर बेटे हैं, जिनमें से कुछ के बारे में आपने आज बात की. क्या बीजू पटनायक सहित उनमें से कोई भी भारत रत्न का हकदार नहीं है? ओडिशा के लोगों को मोदी और भाजपा द्वारा 2014 और 2019 में लोगों से किए गए वादे याद हैं? आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करना, 2 करोड़ नौकरियां पैदा करना, एलपीजी, पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम करना और दूरदराज के इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी प्रदान करना… कहां हैं ये वादे?’ इससे पहले भी उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी दिन में सपने देख रही है.
एक-दूसरे पर हमला करने से बचते रहे हैं PM और CM
आपको बता दें कि बीजेपी और बीजेडी दोनों कभी अलायंस पार्टनर रहे हैं. बाद में अलग हुए और साथ आने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे. हालांकि कई मौके ऐसे आए जब बीजेपी-बीजेडी एक दूसरे को समर्थन देते हुए दिखाई दिए. जब भी पीएम मोदी बीते 10 साल में ओडिशा गए तो एनडीए पार्टनर नहीं होने के बावजूद भी पीएम मोदी नवीन पटनायक को मित्र पुकारते रहे. कभी भी उन्होंने बीजद और पटनायक भी सीधा हमला नहीं किया. अब चुनावी मौसम में सियासी मजबूरी कहें या सत्ता पाने की लालसा, दोनों एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं.
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