रूस । कोरोना (corona) का नया वैरिएंट (new variant) दक्षिण अफ्रीकी देशों से अब भारत (India) समेत दुनिया के कई देशों में मिल चुका है । वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है यह कोरोना वैरिएंट डेल्टा या बीटा (delta or beta) की तुलना में तीन गुना अधिक है।
वहीं अब एक एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक रूस में अक्तूबर का महीना काफी घातक रहा। यहां कोरोना वायरस से अक्तूबर में मरने वालों की संख्या करीब 75,000 बताई गई है जो कि काफी खतरनाक आंकड़ा है। एजेंसी के मुताबिक रूस के कोरोना का पहला मामला दर्ज किए जाने के बाद कुल मौतें कुल मौतें 520,000 से अधिक थीं, जो अमेरिका और ब्राजील के बाद दुनिया में तीसरी सबसे खराब मृत्यु संख्या है।
महामारी पर नजर रखने वाली एक आधिकारिक सरकारी वेबसाइट की तुलना में रोसस्टैट एजेंसी द्वारा जारी मौतों की संख्या काफी अधिक थी, जो कहती है कि कुल कोविड की मृत्यु 278,857 है। इस एजेंसी ने मॉस्को में अधिकारियों पर कोविड-19 महामारी के आंकड़े को कम करने का आरोप लगाया गया है।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित रूसी अधिकारियों के बार-बार अनुरोध के बावजूद, केवल 40 प्रतिशत रूसियों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है। वहीं रूस में टीकाकरण काफी चुनौती भरा रहा है। रूसी आबादी का एक बड़ा वर्ग टीके लगवाने के लिए तैयार नहीं है।
बता दें कि अगस्त 2020 में रूस एक कोरोनावायरस वैक्सीन, स्पुतनिक वी पंजीकृत करने वाला पहला देश बन गया था। जिसे तब से दर्जनों देशों में उपयोग के लिए अपने देश में उपयोग किया है। इसमें भारत भी शामिल है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved