इंदौर। ठप पड़े मेट्रो प्रोजेक्ट में 15 अगस्त के बाद गति दी जाना है। कलेक्टर द्वारा लगातार समीक्षा के चलते संबंधित विभागों द्वारा अब बाधाएं भी हटाई जा रही है। बिजली कम्पनी द्वारा बापट चौराहा से विजय नगर चौराहा तक 132 किलोवॉट की हाईटेंशन लाइन और टॉवरों को भी शिफ्ट किया गया। दूसरी ठेकेदार फर्म दिलीप बिल्डकॉन की दो साल की समय सीमा भी समाप्त हो गई है। लिहाजा शासन नए सिरे से समय सीमा बढ़ाने का आदेश जारी करेगा। दूसरी तरफ प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए मशीन सहित अन्य व्यवस्थाएं भी की जा रही है।
मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले चरण में एमआर-10 चौराहा से मुमताजबाग – शहीद पार्क के बीच 5.7 किलो मीटर का ट्रैक तैयार होना है, जिसके पश्चात दूसरे चरण में एयरपोर्ट से सुपर कॉरिडोर तक का 11 किलोमीटर के ट्रैक के लिए भी टेंडर जारी किए हैं। दरअसल पहले चरण में दिलीप बिल्डकॉन को दिया है, लेकिन डिजाइन की झंझट, कोरोना लॉकडाउन व अन्य विवादों के चलते काम ही शुरू नहीं हुआ और दो साल की ठेका अवधि भी समाप्त हो गई। लिहाजा अब पुन: ठेका अवधि बढ़ाना पड़ेगी। प्राधिकरण के अधीक्षण यंत्री अनिल जोशी को मेट्रो प्रोजेक्ट में उपमहाप्रबंधक का जिम्मा भी सौंपा गया है। कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा हर 15 दिन में प्रोजेक्ट की समीक्षा की जा रही है, जिसके चलते पिछले दिनों बिजली कम्पनी से कहा गया कि वह बापट चौराहा से विजय नगर तक आने वाले 132 किलोवॉट के टॉवर, जिनकी संख्या 9 है उन्हें हटाए। लिहाजा अभी शनिवार की रात को कम्पनी ने टॉवरों को शिफ्ट करने का काम पूरा कर लिया। अब सेंट्रल वर्ज में जो ग्रीन बेल्ट है, उसे भी हटाएंगे।