उज्जैन। आईआरसीटीसी ने भगवान राम से जुड़े तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए रामायण यात्रा ट्रेन शुरु की थी जिसमें वेटरों को भगवा ड्रेस पहना दी जिससे साधु नाराज हैं और उनका बयान आया है। देश की पहली रामायण सर्किट ट्रेन 7 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हो चुकी है। यह ट्रेन भारतीय रेलवे का एक अभिनव प्रयास है, जो यात्रियों को अगले 17 दिन में प्रभु श्री राम के जीवन से जुड़े प्रमुख स्थानों जैसे अयोध्या, सीतामढ़ी और चित्रकूट इत्यादि के दर्शन करवाएगी। सन्त डॉ अवधेशपुरी ने रेलमंत्री अश्विन वैष्णव को पत्र लिखते हुए कहा है कि साधु-संतों की वेशभूषा में वेटरों द्वारा यात्रियों को भोजन परोसना तथा उनकी झूठन उठाना घोर निंदनीय एवं असहनीय है।
संत समाज इसे कतई स्वीकार नहीं करता। 7 नवंबर से शुरू हुई ट्रेन भगवान राम से जुड़े हुए 15 स्थलों का भ्रमण करते हुए 7500 किमी की यात्रा तय करेगी। गौरतलब है कि उस ट्रेन में अयोध्या से रामेश्वरम के मध्य का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है ,वीडियो भगवान श्री राम की श्रद्धा एवं आस्था के केंद्र साधु संतों का अपमान कर करोड़ हिन्दुओं की आस्था को आहत कर रहा है। संतों ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि मांग के अनुरूप ट्रेन की व्यवस्था में बदलाव नहीं किया गया तो 12 दिसंबर को शुरु होने वाली दूसरी यात्रा में साधु संतों को मजबूरन रामभक्तों को साथ लेकर ट्रेन की पटरी पर बैठकर ट्रेन को रोकना पड़ेगा।
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