नई दिल्ली (New Delhi) । कांग्रेस पार्टी (congress party) की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का समापन रविवार (18 मार्च) को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (Mumbai) में हुआ. इस दौरान इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) में शामिल दलों के प्रमुख नेता मुंबई के शिवाजी पार्क में इकट्ठा हुए. लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं ने एक साथ आकर एकजुटता का संदेश दिया और चुनावी अभियान का आगाज किया. इस दौरान एक नेता ने बीजेपी को घेरते हुए कह दिया कि अबकी बार, बीजेपी तड़ीपार. ऐसे में आइए जानते हैं कि ये बयान देने वाले नेता कौन हैं.
मुंबई में हुए कांग्रेस के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पार्टी नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पहुंचे थे. इंडिया गठबंधन के अन्य नेता एनसीपी (शरद गुट) के अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान सभी नेताओं ने एक-एक कर लोगों को संबोधित किया और सरकार को महंगाई, बेरोजगारी से लेकर अलग-अलग मुद्दों पर घेरा.
किसने दिया ‘बीजेपी तड़ीपार’ वाला बयान?
दरअसल, उद्धव ठाकरे ने लोगों को संबोधित करते हुए बीजेपी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी एक गुब्बारा है और दुर्भाग्य से हम उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने इसमें हवा भरी है. पीएम मोदी के लिए वह और उनकी प्रधानमंत्री की कुर्सी उनका परिवार है. ठाकरे ने कहा, ‘पीएम मोदी हम सभी लोगों की परिवारवादी पार्टियां कहकर आलोचना करते हैं. लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि मोदी का परिवार क्या है. पीएम मोदी के लिए वह और प्रधानमंत्री की कुर्सी ही उनकी परिवार है.’
उद्धव ने आगे कहा, ‘वे (बीजेपी) 400 सीटें जीतना चाहते हैं, ताकि देश में तानाशाही लाई जा सके. लेकिन जब लोग इकट्ठा होते हैं तो तानाशाही का खात्मा हो जाता है. अबकी बार, बीजेपी तड़ीपार.’ ठाकरे ने भारत सरकार की जगह मोदी सरकार शब्द का इस्तेमाल करने के लिए भी बीजेपी की आलोचना की.
पीएम का भ्रष्टाचार पर एकाधिकार: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ईवीएम, ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग के बिना लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएंगे. उन्होंने कहा, ‘मोदी एक मुखौटा हैं, जो शक्ति के लिए काम करते हैं. वह हल्के आदमी हैं, जिनके पास 56 इंच का सीना नहीं है.’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी का भ्रष्टाचार पर एकाधिकार है. उन्होंने सवाल किया, ‘क्या आपको लगता है कि शिवसेना और एनसीपी के लोग अलग होकर सत्तारूढ़ गठबंधन में ऐसे ही शामिल हो गए.’
झूठे वादे करने वाले लोगों को हटाने की जरूरत: शरद पवार
एनसीपी (शरद गुट) के मुखिया शरद पवार ने याद दिलाया कि अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत मुंबई शहर से हुई थी, इसलिए उन्होंने अब बीजेपी छोड़ो का आह्वान किया है. उन्होंने कहा, ‘बदलाव लाने की जरूरत है. जिन लोगों ने झूठे वादे करके देश को धोखा दिया है, जब हमें वोट देने की ताकत मिलेगी तो उन्हें सबक सिखाना होगा. इतने सारे वादे किए गए, लेकिन उनमें से एक भी लागू नहीं किया गया. ऐसे लोगों को हटाने की जरूरत है, आने वाले महीनों में हमें वह अधिकार मिलेगा, इसलिए तैयार रहें.’
इलेक्टोरल बॉन्ड बीजेपी का भ्रष्टाचार: एमके स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके नेता एमके स्टालिन ने भी लोगों को संबोधित किया. उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड को बीजेपी का सफेदपोश भ्रष्टाचार बताया. स्टालिन ने कहा कि इंडिया के नेतृत्व में धर्मनिरपेक्ष, संघीय और समावेशी सरकार बनेगी. डीएमके चीफ ने कहा कि विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम इंडिया रख लिया है, तो अब बीजेपी के लोगों ने इंडिया शब्द का इस्तेमाल बंद कर दिया है.
स्टालिन ने कहा, ‘ये डर दिखा रहा है. पीएम मोदी ने हमें भ्रष्ट कहकर बदनाम करना शुरू कर दिया है, लेकिन इलेक्टोरल बॉन्ड ने साबित कर दिया कि बीजेपी भ्रष्ट है. ये बीजेपी का सफेदपोश भ्रष्टाचार है.’
देश की विविधता को बचाने साथ आए: तेजस्वी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘संवैधानिक संस्थाओं को हाइजैक किया जा रहा है, चुनी हुई सरकार को गिराया जा रहा है. जब फर्जी प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा था, तब राहुल गांधी ने एकता और लोकतंत्र वापस लाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा पूरी की.’
उन्होंने कहा, ‘हम देश की विविधता को बचाने के लिए एक साथ आए हैं, न कि मोदी या शाह को हराने के लिए. हम यहां उस विचारधारा के खिलाफ लड़ने के लिए हैं, जिन्होंने कभी आजादी की लड़ाई में योगदान नहीं दिया, कभी अपने कार्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया. हम लोगों ने पीएम मोदी को हराने के लिए हाथ नहीं मिलाया है, बल्कि उस विचारधारा को हराने के लिए साथ आए हैं, जिसने देश को बांटने का काम किया है.’
15 राज्यों से गुजरी कांग्रेस की न्याय यात्रा
कांग्रेस की न्याय यात्रा की शुरुआत 14 जनवरी को हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर से हुई. ये यात्रा 63 दिनों बाद मुंबई में आकर रविवार को समाप्त हुई. ये यात्रा असम, पश्चिम बंगाल, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र सहित 15 राज्यों में 100 से अधिक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से होकर गुजरी. इस दौरान राहुल गांधी अलग-अलग शहरों में लोगों को संबोधित करते हुए सरकार पर हमला बोलते हुए भी नजर आए.
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