इंदौर। अभी दीपावली (Diwali) के चलते 3-4 दिनों से कोरोना (corona) की सैम्पलिंग (sampling) घट गई है। वहीं कल रात जारी बुलेटिन में भी शून्य का आंकड़ा रहा, जो कि 3378 सैम्पलों की टेस्टिंग (testing) से निकला। वर्तमान में 26 कोरोना मरीजों (corona patients) का उपचार चल रहा है। वहीं बच्चों का सीरो सर्वे भी फिर से कराया जा रहा है, जो 11 से 13 नवम्बर (november) तक चलेगा। पूर्व में जिन बच्चों के सैम्पल लिए गए थे उन्हीं के सैम्पल इस दूसरे सर्वे में भी हासिल किए जाएंगे, ताकि पता लग सके कि एंटीबॉडी (antibodies) अगस्त (august) की तुलना में अक्टूबर-नवम्बर में कितनी रही है। हालांकि पिछले सीरो सर्वे के अधिकृत परिणाम अभी तक घोषित नहीं किए गए।
आज से वैक्सीनेशन (vaccination) बढ़ाने के भी प्रयास शुरू किए गए हैं। अब नवम्बर (november) अंत तक दोनों डोज के बकायादार 9 लाख इंदौरियों को डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। आज 225 शहरी और ग्रामीण सेंटरों (rural centers) पर वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज लगाए जाएंगे। हालांकि पहला डोज (first dose) तो लग चुका है। मगर 9 लाख लोगों का दूसरा डोज (second dose) ड्यू हो गया। शहरी क्षेत्र में 119 और ग्रामीण में 106 सेंटर बनाए गए हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता (District Immunization Officer Dr. Tarun Gupta) के मुताबिक साढ़े 29 लाख से अधिक लोगों को पहला और 17 लाख 38 हजार से अधिक को दोनों डोज लग चुके हैं। लिहाजा अब दूसरे डोज के लिए 12.13 लाख लोग बचे हैं, जिनमें से 9 लाख ऐसे हैं जिनकी ड्यू डेट निकल चुके हैं और अब उन्हें ही वैक्सीन (Vaccine) लगवाने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। मैसेज के अलावा आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को घर-घर भी भेजा जा रहा है। कई क्षेत्रों में मोबाइल वैक्सीनेशन वैन (Mobile Vaccination Van) भी चलाई जा रही है। वहीं श्रमिकों को वैक्सीन (Vaccine) लगाने के लिए उनके कार्य स्थल पर ही आयोजित किए जाएंगे। अब अवकाश के दिनों में भी वैक्सीनेशन लगातार जारी रहेगा और वैक्सीन ना लगवाने वालों को सरकारी सुविधाओं और लाभ से भी वंचित करेंगे। दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की रफ्तार फिलहाल शून्य ही है। कल एक बार फिर यही आंकड़ा मेडिकल बुलेटिन (Medical Bulletin) में भी नजर आया। हालांकि त्यौहार के चलते सैम्पलिंग घटकर आधी से भी कम हो गई। आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीयन (RTPCR, Rapid Antiion) के 3378 सैम्पलों की जांच में शून्य आंकड़ा रहा। अलबत्ता 26 मरीजों का अवश्य उपचार चल रहा है। अब डेंगू (Dengue) के प्रकोप में भी कमी आने लगी। तापमान घटने के चलते यह फर्क पडा है। इधर सर्दी-जुखाम सहित वायरल की चपेट में भी लोग हैं और अभी पटाखों के प्रदूषण से भी एलर्जी बढ़ेगी।
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