नई दिल्ली (New Dehli) । नूंह हिंसा (Nuh Violence) की जांच कर रही पुलिस (Police) ने एक और पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट (account) की पहचान की है। अकाउंट से हिंसा से पहले और बाद कई वीडियो-ऑडियो अपलोड (upload) किए गए थे। हिंसा के बाद जश्न (celebration) का वीडियो पोस्ट किया गया था।
नूंह हिंसा की जांच कर रही पुलिस ने एक और पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट की पहचान की है। अकाउंट से हिंसा से पहले और बाद कई वीडियो-ऑडियो अपलोड किए गए थे। हिंसा के बाद जश्न का वीडियो पोस्ट किया गया था। पुलिस अकाउंट हैंडलर की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो हिंसा में शामिल गिरफ्तार आरोपियों में से कई पाकिस्तानी यू-ट्यूबर और सोशल मीडिया हैंडलर्स के फॉलोअर्स हैं। उनसे पूछताछ की गई तो हिंसा के दिन पाकिस्तान के दूसरे अकाउंट का भी खुलासा हुआ।
आरोपियों ने बताया कि पाकिस्तान से हिंसा से पहले कई वीडियो-ऑडियो जारी किए गए थे। ऑडियो-वीडियो जारी करने वाले हैंडलर्स फॉलोअर्स को बदला लेने के लिए उकसा रहे थे। वह पशु तस्करी के टिप्स दे रहे थे। इससे पुलिस को आशंका है कि पाकिस्तान में बैठे लोगों को नूंह आदि स्थानों से वीडियो आदि भेजे जा रहे थे। लिहाजा पुलिस आरोपियों से फॉलोअर्स की पहचान करने में जुटी है।
हिंसा में रही अहम भागीदारी
जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान के चिह्नित सोशल मीडिया अकाउंट ने नूंह में तनाव को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पाकिस्तान से सोशल मीडिया हैंडलर्स व्हाट्सऐप ग्रुप, फेसबुक, ट्विटर समेत विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर से वीडियो अपलोड कर रहे थे।
पाक यू-ट्यूबर जीशान मुश्ताक की चल रही जांच
पुलिस ने कुछ दिन पहले पाकिस्तानी यू-ट्यूबर जीशान मुश्ताक के बारे में पता किया था। उसके सोशल मीडिया अकाउंट जांच की गई तो कई भड़काऊ वीडियो मिले। पुलिस की मांग पर जिशान मुश्ताक के अधिकांश सोशल मीडिया अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया है।
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