नई दिल्ली। देश में डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) को बढ़ावा देने के लिए अमेजन, ICICI Bank और एक्सिस बैंक (Axis Bank) एक साथ एनपीसीआई (National Payments Corporation of India) के विकल्प के रुप में सामने आ सकते हैं। यानी ये तीनों कंपनियां मिलकर नया NUEs लाने का प्लान बना रही हैं। इस समय भारत में सबसे लोकप्रिय UPI (Unified Payments Interface) NPCI के द्वारा चलाया जा रहा है।
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, भारत में डिजिटल लेनदेन को संभालने के लिए पाइन लैब्स (Pine Labs) और बिलडेस्क (BillDesk) के साथ तीन संस्थाओं ने मिलकर एक नई इकाई (NUE) तैयार किया है, जिसका मुकाबला NPCI के साथ हो सकता है। बता दें इस समय सभी डिजिटल ट्रांजेक्शन NPCI के द्वारा ही हैंडिल किए जाते हैं।
जल्द पेश करेंगे अपना प्लान
Amazon, ICICI Bank और एक्सिस बैंक एक या दो दिन में आरबीआई के सामने अपना प्लान की रुपरेखा रखेंगे। इसको बोली लगाने की समय सीमा से पहले ही आरबीआई के सामने पेश करना होगा। अगर बोली को मंजूरी मिलती है, तो इसका मतलब होगा कि जनवरी 2021 में 2 बिलियन से अधिक लेनदेन वाले UPI का प्रभुत्व जल्द ही खत्म हो जाएगा।
बनेगा विश्व स्तरीय नेटवर्क
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक “हमारी कोशिश एक विश्व स्तरीय नेटवर्क बनाने की है, जो छोटे व्यवसायों और व्यापारियों के लिए पेमेंट करने में मदद करेगा। इसके साथ ही उनके समय की भी बचत कराएगा। बता दें पिछले दो महीनों में इस दिशा में काफी गति मिली है। फिलहाल अभी भी एग्रीमेंट और कागजी कार्रवाई बाकी है।”
NPCI को 2008 में स्थापित किया गया
NPCI को 2008 में RBI द्वारा स्थापित किया गया था। भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई ने इस सिस्टम को लॉन्च किया था। एनपीसीआई को 56 बैंकों का समर्थन मिलता है। इसके साथ ही UPI और RuPay का भी इस्तेमाल इन बैंकों के द्वारा किया जाता है। इसके साथ ही FASTag के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक टोल भुगतान की भी सुविधा मिलती है। RBI ने नई खुदरा भुगतान प्रणालियों के लिए और टेक्नेलॉजियों को विकसित करने के लिए नई गाइडलाइन बनाने की घोषणा की है। बता दें NUEs के आ जाने के बाद NPCI को बैकफुट पर भी रखा जा सकता है।
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