नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) में एक बार फिर वीर सावरकर (Veer Savarkar) के नाम को लेकर बवाल मच गया है। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 3 जनवरी को दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक कॉलेज की आधारशिला रखेंगे, जिसका नाम वीर सावरकर रखा जाएगा। इसके विरोध में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिया और इस कॉलेज का नाम वीर सावरकर नहीं, बल्कि डॉ. मनमोहन सिंह करने की मांग की।
एनएसयूआई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले एक कॉलेज का नाम दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर रखा जाए। उन्होंने यह भी मांग की है कि एक केंद्रीय विश्वविद्यालय का नाम डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर रखा जाए और पाठ्यक्रम में उनकी जीवन यात्रा को शामिल किया जाए।
इस पत्र में डॉ. मनमोहन सिंह के एजुकेशन क्षेत्र में दिए गए महत्वपूर्ण योगदान पर फोकस डाला गया। उन्होंने देशवासियों को ऐतिहासिक केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम 2009, शिक्षा के अधिकार अधिनियम को लागू किया। साथ ही आईआईएम, आईआईटी और एम्स जैसे मुख्य संस्थानों की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। ऐसे में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए डीयू के इस कॉलेज का नाम डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर रखने की मांग की गई।
आपको बता दें कि विपक्ष वीर सावरकर को लेकर हमेशा मोदी सरकार पर हमलावर रहता है। देश का एक वर्ग उन्हें अपना आदर्श देशभक्त नहीं मानता है। आरोप है कि वीर सावरकर ने ब्रिटिश हुकूमत से माफी मांगी थी। ऐसे में उनके नाम डीयू कॉलेज का नाम रखने पर विवाद खड़ा हो गया है।
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