नई दिल्ली (New Delhi)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) (National Stock Exchange (NSE)) लगातार चौथे साल डेरिवेटिव एक्सचेंज (4th year derivatives exchange) तौर पर उभरा है। कारोबारी अनुबंधों की संख्या (number of business contracts) के लिहाज से एनएसई 2022 में दुनिया के सबसे बड़े डेरिवेटिव एक्सचेंज की यह उपलब्धि हासिल की है। वायदा उद्योग संघ फ्यूचर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन (एफआईए) ने यह जानकारी दी।
एफआईए ने रविवार को कहा कि एनएसई ने दुनिया के सबसे बड़े डेरिवेटिव एक्सचेंज में शीर्ष स्थान हासिल किया है। यह लगातार चौथा साल है, जब उसने यह उपलब्धि हासिल किया है। इसके अलावा वैश्विक शेयर बाजार परिसंघ (डब्ल्यूएफई) के आंकड़ों के अनुसार भी एनएसई 2022 में इक्विटी खंड में सौदों की संख्या (इलेक्ट्रॉनिक ऑर्डर बुक) के लिहाज से तीसरे स्थान पर रहा। यह स्थान इससे पिछले साल चौथा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के व्यवसाय विकास प्रमुख श्रीराम कृष्णन ने जारी बयान में कहा कि इक्विटी खंड में तीसरा स्थान और डेरिवेटिव में सबसे बड़ा एक्सचेंज होने की उपलब्धि सभी हितधारकों के सहयोग का नतीजा है। (एजेंसी, हि.स.)
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