भोपाल। प्राकृतिक सौंदर्य और नदी समेत अन्य जलाशयों की उपलब्धता के मद्देनजर मप्र में जल्द ही पर्यटक नर्मदा नदी में क्रूज की सवारी का लुत्फ उठा सकेंगे। एमपी टूरिज्म बोर्ड ने नर्मदा नदी और उसके बैक वाटर में तीन ऐसे रूट चिह्नित किए हैं, जहां क्रूज का संचालन किया जाएगा। पिछले दिनों समीक्षा बैठक में सीएम शिवराज सिंह ने क्रूज संचालन के लिए कार्ययोजना तैयार करने की बात कही थी।
बहरहाल, 14, 15 मई को मुंबई में हुई पहली इंटरनेशनल क्रूज कॉन्फ्रेंस में तीन रूट्स पर क्रूज का संचालन करने के लिए कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है। मप्र टूरिज्म बोर्ड की ओर से उप संचालक (एडवेंचर स्पोर्ट्स) उमाकांत चौधरी और उनकी टीम ने मप्र में क्रूज संचालन की बेहतर संभावनाओं को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। आयोजन में देश के सभी राज्यों के अलावा स्विट्जरलैंड, यूएई समेत अन्य देशों के प्रतिनिधि और कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। कॉन्फ्रेंस का आयोजन पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय समेत फिक्की एवं अन्य एजेंसियों ने किया था। 14 मई को समुद्र में क्रूज संचालन तो 15 मई को नदियों और जलाशयों में क्रूज संचालन को लेकर प्रेजेंटेशन हुए।
मध्यप्रदेश से गुजरात तक का सफर
टूरिज्म बोर्ड की ओर से तवा से मढ़ई तकरीबन 40 किमी, बरगी से मंडला तक 80 किमी और बैक वाटर समेत 90 किमी और बड़वानी से स्टेचू ऑफ यूनिटी यानी गुजरात के केवडय़िा तक 135 किमी की दूरी तक क्रूज संचालन के लिए रूट प्रस्तावित किया गया है। इसमें से बड़वानी से केवडय़िा तक के रूट के लिए जून तक फाइनल सर्वे पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे का पहला चरण पूरा कर रिपोर्ट सौंपी गई है।
कई विभागों से लेनी होगी मंजूरी
नर्मदा नदी और उसके बैक वाटर में क्रूज संचालन के लिए वन विभाग, जल संसाधन विभाग समेत एनवीडीए की मंजूरी का पेंच बाकी है। इसके लिए मप्र टूरिज्म बोर्ड विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को देगा। जानकारी के मुताबिक क्रूज संचालन करने वाली कंपनियों को इन विभागों से आवश्यक मंजूरी के लिए सिंगल विंडो व्यवस्था की जाएगी। यहां बता दें कि क्रूज के लिए स्टॉपेज समेत सैलानियों के लिए सुविधाओं में विस्तार केलिए निर्माण कार्य किए जाएंगे।
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