नई दिल्ली: आजकल हर कोई छोटी से छोटी पेमेंट (Payments) करने के लिए UPI या UPI लाइट का इस्तेमाल करता है. UPI के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने UPI लाइट से पेमेंट की लिमिट बढ़ा (Limit Increased) दी है. बैठक में UPI लाइट वॉलेट की लिमिट 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपए कर दी गई है. वहीं, UPI 123पे से ट्रांजेक्शन लिमिट को 5,000 रुपए से बढ़ाकर 10,000 रुपए कर दिया गया है. यानी अब आप UPI लाइट वॉलेट से 5 हजार रुपए तक के पेमेंट कर सकते हैं.
UPI 123पे फीचर फोन यूजर के लिए एक इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम है, जो UPI पेमेंट का सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से यूज कर सकते हैं. UPI 123पे के जरिए फोन यूजर चार टेक्नोलॉजी ऑप्शन के आधार पर अलग-अलग प्रकार के लेनदेन कर सकते हैं. इनमें आईवीआर नंबर पर कॉल करना, फीचर फोन में ऐप की फंक्शनैलिटी, मिस्ड कॉल-बेस्ड और प्रॉक्सिमिटी साउंड बेस पेमेंट शामिल हैं.
रिजर्व बैंक ने इसके अलावा यूपीआई से टैक्स भरने की लिमिट को भी बढ़ा दिया है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अब यूपीआई से टैक्स भरने की लिमिट को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति ट्रांजेक्शन किया जा रहा है.
PwC India रिपोर्ट के अनुसार, 2028-29 तक यूपीआई पर कुल ट्रांजेक्शन 439 अरब हो जाएगा जो अभी 131 अरब है. इससे पता चलता है कि डिजिटल पेमेंट में 91 फीसदी की उछाल आने की संभावना है.
आरबीआई ने नॉन बिजनेस फ्लोटिंग रेट लोन को लेकर बैंकों और NBFCs को लेकर भी नई गाइडलाइंस जारी की है. उन्होंने कहा कि बैंक और एनबीएफसी नॉन बिजनेस फ्लोटिंग रेट लोन पर फोरक्लोजर चार्ज और प्रीपेमेंट पेनल्टी नहीं ले सकते. इस बीच उन्होंंने ये भी बताया कि बैंक और NBFCs की फाइनेंशियल स्थिति मजबूत है. बैंक एनबीएफसी निजी स्तर पर एक्सपोजर का आकलन करें. हालांकि कुछ एनबीएफसी की ग्रोथ को लेकर चिंता है.
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