इंदौर। दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai 8 Lane Expressway) प्रदेश के तीन जिलों मंदसौर, रतलाम और झाबुआ (Mandsaur, Ratlam and Jhabua) से गुजर रहा है और अब इससे इंदौर-उज्जैन को भी जोड़ा जा रहा है। देवास, उज्जैन और गरोठ के बीच नया फोरलेन जो बन रहा है उससे यह एक्सप्रेस हाईवे जुड़ेगा। इसी तरह कल डॉ. मोहन यादव केबिनेट ने उज्जैन को जावरा के एक्सप्रेस-वे इंटरचेंज से जोडऩे के लिए लगभग 103 किलोमीटर लम्बे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस कंट्रोल्ड हाईवे निर्माण की स्वीकृति दी है।
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप हाईब्रिड एनयूटी आधार पर इस प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन होगा और उसकी लागत 5 हजार 17 करोड़ रुपए आंकी गई है। 17 वर्षों में जो यह बड़ी राशि खर्च होगी उसमें से 557 करोड़ का भुगतान सडक़ विकास निगम और 4460 करोड़ रुपए का भुगतान राज्य के बजट से किया जाएगा। इस मार्ग पर 7 बड़े पुल, 26 छोटे पुल, 217 पुलिया, 5 फ्लायओवर, दो रेलवे ओवरब्रिज भी निर्मित किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार का सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय दिल्ली-मुंबई के बीच 8 लेन एक्सप्रेस का निर्माण तेज गति से कर रहा है और इस राज मार्ग की 247 किलोमीटर लम्बाई मंदसौर, रतलाम और झाबुआ जिलों से गुजरती है और इस एक्सप्रेस-वे के इस भाग में 7 स्थानों पर एक्सप्रेस-वे से जुडऩे के लिए इंटरचेंज दिए गए हैं। इनमें से एक इंटरचेंज जावरा के पास भूतेड़ा पर स्थित है। लिहाजा औद्योगिक विकास और अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए अब उज्जैन शहर को भी जावरा स्थित एक्सप्रेस-वे इंटरचेंज से जोडऩे का निर्णय लिया है, जिससे अब इंदौर के साथ-साथ उज्जैन भी एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाएगा।
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