डेस्क: दुनिया के सबसे संपन्न व शक्तिशाली देशों में से एक अमेरिका में कोरोनावायरस (Coronavirus) ने लाखों लोगों की जिंदगियां लील ली थीं. वहां अब भी कोरोना के केसेस मिल रहे हैं. हालांकि, इस सीजन में वहां फ्लू (Influenza) का प्रकोप ज्यादा दिख रहा है, जिसने करोड़ों लोगों को प्रभावित किया है. और, हजारों लोगों की मौत हो चुकी है.
अमेरिकी सरकार के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में “इंफ्लुएंजा” के वायरस का प्रभाव बड़ा जानलेवा साबित हुआ है. इससे इस सीजन में अब तक 2.6 करोड़ लोग बीमार हुए हैं, और उनमें से 2 लाख 90 हजार लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं. वहीं, मौतों की बात करें तो 19 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं.
2000 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
सीडीसी की अधिकारिक वेबसाइट पर बताया गया है कि 15 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में फ्लू से पीड़ित लगभग 2,000 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. सीडीसी के आंकड़ों का हवाला देते हुए एक मीडिया चैनल ने बताया कि इस सीजन में अब तक अमेरिका में फ्लू से 143 बच्चों की मौतें हुई हैं.
आखिर क्या है इन्फ्लुएंजा?
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन द्वारा पेश किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि वहां इन्फ्लुएंजाका प्रकोप बढ़ रहा है. इन्फ्लुएंजा (फ्लू) एक संक्रामक वायरल श्वसन रोग है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है. इसके लक्षण बुखार, सिर दर्द, उल्टी, बदन दर्द आदि हैं.
‘खांसते या छींकते समय तेजी से फैलता है’.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इन्फ्लुएंजा को मौसमी फ्लू के रूप में भी जाना जाता है, इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाली श्वसन प्रणाली का एक संचारी वायरल रोग है. यह फ्लू एक अत्यधिक संक्रामक वायरल संक्रमण है, जब लोग बात करते हैं, खांसते हैं या छींकते हैं तो ये वायरस संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ लोगों पर आ जाता है.
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