नई दिल्ली। पश्चिमी उत्तर प्रदेश(Western Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) जिले में रहस्यमयी बीमारी अब स्क्रब टाइफस (Scrub Typhus) के रूप में सामने आई है. जब इस रहस्यमयी बीमारी के बारे में पता चला तो स्वास्थ्य विभाग की टीम (health department team) ने जिले के कोह गांव से सैंपल इकट्ठा किए थे और फिर इसी की जांच में सामने आया है कि ये बीमारी स्क्रब टाइफस (Scrub Typhus) है. इस बीमारी से जिले में अब तक 12 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं.
ठीक दो दिन पहले असम के अखबार में रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी कि गुवाहाटी के कोविड अस्पताल (Covid Hospital) को 15 दिन के लिए बंद करने का आदेश दिया गया है क्योंकि यहां पर भी स्क्रब टाइफस (Scrub Typhus) के केस मिले. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल में इस बीमारी के 29 केस मिले. इस बैक्ट्रियल बीमारी की जद में अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट भी आ गए थे. इसके अलावा कुछ नर्स और हेल्थ स्टाफ को भी बीमारी ने जकड़ लिया.
क्या है स्क्रब टाइफस
स्क्रब टाइफस बीमारी ओरियेंटिया सुटसुगमुशी नामक जीवाणु से होती है. यह एक प्रकार की संक्रमित घुन के काटने से होती है. स्क्रब टाइफस एक जीवाणुजनित संक्रमण है जो लोगों की मौत की बड़ी वजह बनता है. इसके लक्षण काफी हद तक चुकनगुनिया से मेल खाते हैं. ये बीमारी इतनी खतरनाक है कि किसी की जान तक जा सकती है. इससे बचने के लिए कपड़ों और बिस्तर आदि पर परमेथ्रिन और बेंजिल बेंजोलेट का छिड़काव करना चाहिए. इसके अलावा अगर किसी इंसान में इसके लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.
लक्षण
इसके प्रमुख लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और त्वचा पर चकत्ते पड़ना है. कई मामलों में मांसपेशियों में सूजन की घटनाएं भी सामने आई हैं.
वैक्सीन
सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल के मुताबिक अभी तक इस बीमारी के खिलाफ कोई वैक्सीन मौजूद नहीं है. इसका एकमात्र उपाय संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाना है. कोरोना की तरह सोशल डिस्टेंसिंग का नियम इस बीमारी पर भी फिट बैठता है.
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