इंदौर। शहर (Indore) के मध्य क्षेत्र (Central Region) में सड़कों (road) के चौड़ीकरण को लेकर होती रही रस्साकशी अब सुभाष मार्ग (Subhash Marg) की सड़क को लेकर शुरू हो गई है। सुभाष मार्ग की इस सड़क को 30 मीटर किया जाना है, जिसे लेकर रहवासियों का जहां विरोध है, वहीं निगम भी अब सड़क चौड़ीकरण को लेकर सक्रिय हो गया है। कानूनी दांवपेंच चलाते निगम ने सड़क मार्ग में बाधा बन रहे इस क्षेत्र के रहवासियों को कल बिना तारीख के नोटिस जारी कर केवल तीन दिन का समय दिया है, यानी कभी भी इन रहवासियों पर गाज गिर सकती है।
निगम ने इंदौर विकास योजना 2021 के अनुसार सुभाष मार्ग गोल मंदिर परिसर से रामबाग पुल तक 30 मीटर चौड़ी सड़क में बाधक निर्माण हटाए जाने हेतु लोगों को नोटिस जारी कर हर व्यक्ति को उसके बाधक मकान की लंबाई, चौड़ाई की सूचना दी है और लिखा है कि उक्त बाधक निर्माण इस सूचना पत्र की प्राप्ति के तीन दिन के भीतर स्वयं हटाएं, अन्यथा निगम द्वारा कार्रवाई की जाएगी। निगम ने इस संबंध में भूमि स्वामित्व संबंधी दस्तावेज एवं भवन निर्माण के स्वीकृत मानचित्र प्रस्तुत करने का भी कहा है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि जिन लोगों के पास भूमि के दस्तावेज और स्वीकृत मानचित्र है, उन्हें इस कार्रवाई से मुक्त रखा जाएगा या उसका टीडीआर के रूप में मुआवजा दिया जाएगा। नोटिस में कहा गया है कि दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 तथा मध्यप्रदेश भूमि विकास निगम 2012 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।
सड़क की चौड़ाई को लेकर रहवासियों में जबरदस्त आक्रोश है। उनका कहना है कि सुभाष मार्ग की मौजूदा सड़क वर्तमान में 50 फीट है। रहवासी उसे 80 फीट तक करने को तैयार हैं, लेकिन 100 फीट करने से उनके घर, मकान, दुकान 20 से 25 फीट की जद में आ जाएंगे। रहवासियों का कहना है कि हमारे सभी घरों की गहराई कम है, अत: हर घर का 60 से 70 प्रतिशत हिस्सा सड़क की भेंट चढ़ जाएगा, जबकि 20 प्रतिशत घर ऐसे हैं, जिनकी एक ईंट भी नहीं बचेगी। उल्लेखनीय है कि इस सड़क पर रहवास के साथ व्यावसायिक गतिविधियां भी चलती हैं, जिनमें कई दुकानें हैं और इन्हीं दुकानों के ऊपर लोगों का रहवास भी है।
पहले 80 फीट, अब 100 फीट
पूर्व में सुभाष मार्ग की इसी सड़क पर 80 फीट चौड़ीकरण के नोटिस हुए थे। रहवासियों का कहना है कि उक्त चौड़ाई की सड़क बनाने के लिए भी निगम के पास पैसा नहीं था, इसलिए निगम ने उक्त सड़क को केंद्र के स्मार्ट सिटी मिशन में डाल दिया, ताकि सड़क चौड़ीकरण का खर्चा केंद्र सरकार से प्राप्त हो जाए, लेकिन निगम की इस कार्रवाई के चलते मार्ग की चौड़ाई 80 से बढ़कर 100 फीट हो गई और उसके चलते कई घर चपेट में आ गए।
आंदोलन करेंगे रहवासी
जैसा कि हर सड़क चौड़ीकरण के दौरान होता है, उसी तरह सुभाष मार्ग चौड़ीकरण के दौरान भी रहवासियों द्वारा आंदोलन की तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन अदालतों का भी साथ नहीं मिल पाने के कारण निगम द्वारा बिना किसी बाधा के बाधक निर्माणों को हटाने का काम बर्बरतापूर्वक कर लिया जाता है। सुभाष मार्ग पर भी रहवासियों द्वारा विरोध तो किया जा रहा है, लेकिन उनका साथ देने के लिए कोई भी जनप्रतिनिधि तक आगे नहीं आ रहा है।
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