उज्जैन। प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में प्रतिदिन श्रद्धालुओं को नि:शुल्क भोजन प्रसादी उपलब्ध कराई जाती है और यह व्यवस्था अगले माह से मंदिर समिति ख़ुद ही संभालेंगी और वितरण का कार्य नगर निगम को तथा स्व सहायता समूह को दिया जा रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने अग्निबाण को बताया कि पूर्व में मंदिर के अन्न क्षेत्र की तथा भोजन शाला की व्यवस्था उज्जयिनी सेवा समिति को दी गई थी। अब इस व्यवस्था को बदला जा रहा है तथा अगले माह से मंदिर समिति ही नि:शुल्क भोजन प्रसादी का कार्य करेगी एवं वितरण का कार्य नगर निगम के माध्यम से स्व सहायता समूह करेंगे। उल्लेखनीय है कि मंदिर समिति द्वारा नि:शुल्क भोजन श्रद्धालुओं को कराया जाता है और पिछले कुछ सालों से यह कार्य निजी संस्था संभाल रही थी, जिस पर प्रशासन ने एक्शन लिया और नई योजना बनाई।
कलेक्टर ने कहा कि अगले माह से नई व्यवस्था लागू हो जाएगी एवं शासन द्वारा प्रति व्यक्ति पाँच रुपये का अनुदान दिया जाता है जो कि वितरण कार्य में लगे स्व सहायता समूह के कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा तथा कोई श्रद्धालु यदि दान देना चाहता है तो इसके लिए दान पेटी रखी जाएगी तथा रसीद कटाने की व्यवस्था रहेगी। प्रतिदिन महाकाल की प्रसादी भोजन शाला में करीब 400-500 लोग भोजन करते हैं और ये नि:शुल्क रहता है। भोजन में रोटी, सब्ज़ी, दाल-चावल और मीठा होता है तथा पूरी व्यवस्था नि:शुल्क होती है। आने वाले दिनों में भोजनशाला को वृहद रूप दिया जाएगा एवं दानदाताओं को इससे जोड़ा जाएगा।
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