जबलपुर। शिक्षा (Education) याने ज्ञान। यह केवल पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक का अध्ययन नहीं बल्कि एक विशाल संसार है। कहने को शिक्षा का कोई अंत नहीं जिसे जितना अर्जित किया जाए उतना ही कम है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय (Nanaji Deshmukh University of Veterinary Sciences, ) द्वारा वैटनरी छात्रों (Veterinary students) के शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने विदेशों से एमओयू साइन किए गए हैं। यह दो एमओयू यूक्रेन और न्यूयॉर्क में संचालित अलग-अलग विश्वविद्यालयों से साइन किए गए हैं। फिश प्रोडक्शन और पोल्ट्री प्रोडक्शन के लिए यूक्रेन की सेमी स्टेट यूनिवर्सिटी जबकि फॉरेंसिक पैथोलॉजी के लिए यूक्रेन की कार्नल यूनिवर्सिटी से एमओयू साइन किया गया है।
वैटनरी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एस पी तिवारी बताते हैं कि उन्होंने वेटरनरी क्षेत्र के लिए कहने को कई प्रयास किए. जिनमें से छात्र-छात्राओं की शिक्षा में और गुणात्मक सुधार लाने के लिए, विदेशों की शिक्षा को अध्ययन करने और विदेशी छात्रों को मध्यप्रदेश की धरती में लाकर यहां की शिक्षा पद्धति से अवगत कराने का कदम उठाया है।
तीन और देशों से साइन हो रहे एमओयू
शुरुआती दौर में 2 देशों के साथ विश्वविद्यालय ने एमओयू साइन कर लिए हैं, जबकि तीन अन्य देशों के साथ एमओयू साइन करने की प्रक्रिया पाइप लाइन में है. विश्वविद्यालय आने वाले दिनों में उज्बेकिस्तान, कनाडा और न्यूजीलैंड के साथ भी एमओयू साइन करने जा रही है. आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय समेत उसके अधीनस्थ आने वाले महाविद्यालयों के अलग-अलग बैच के 10 -10 छात्र विदेश जाएंगे और वहां की शिक्षा पद्धति को समझ कर उसे आत्मसात करते हुए वेटनरी क्षेत्र के लिए आगे काम करेंगे।
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