इंदौर। मधुमिलन चौराहा अब चकरघन्नी चौराहा बन चुका है और तमाम कोशिशों के बावजूद वहां काम पूरा नहीं हो पा रहा है। वाहन चालकों की फजीहत बरकरार है तो चौराहे की शकल बिगाडक़र अधिकारियों को भी अब सूझ नहीं पड़ रही है। इसी बीच मधुमिलन चौराहे से नसिया होते हुए सरवटे बस स्टैंड तक की सडक़ पर कई जगह स्टार्म वाटर लाइन और ड्रेनेज लाइन बिछाई जाना है। इसके लिए कुछ हिस्सों में सडक़ बंद कर काम शुरू कराने की तैयारी चल रही है।
पिछले एक साल से मधुमिलन चौराहे पर नगर निगम की इंजीनियरिंग बुरी तरह फैल हो गई और यहां तक की बड़े अधिकारियों ने भी प्लानिंग करने वाले अफसरो को फटकार लगाई थी। चारों और से मधुमिलन चौराहे के हिस्से खोदकर पटक दिए गए और दिनभर वहां वाहन चालक स्थिति से दो-दो हाथ करते हुए गुजरते हैं। यातायात पुलिस के अफसर भी निगम के अधिकारियों को फटकार लगा चुके हैं, क्योंकि 15 से 20 जवान वहां दिनभर अलग-अलग समय में यातायात व्यवस्था संभालने के लिए तैनात करना पड़ते हैं, अब चौराहे को लेकर लाइनों के काम पूरे करने की तैयारी है।
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक उक्त क्षेत्र में स्टार्म वाटर लाइन और ड्रेनेज लाइन बिछाने के लिए मधुमिलन चौराहे से लेकर बड़ी नसिया तक के हिस्से में काम होना है, लेकिन वहां कई हिस्सों में सडक़ किनारे लगी गुमटियां इसमें बाधक है। मधुमिलन, नसिया से सरवटे तक के हिस्से में भी काम होना है और छोटी सडक़ पर काम तेजी से पूरा करने के लिए मार्ग को बंद करने का विकल्प रखा गया है। इसके लिए मधुमिलन से पटेल ब्रिज की ओर जाने वाले मार्ग को कुछ दिनों के लिए एकांगी मार्ग खत्म कर दोनों और से वाहनों का आवागमन शुरू कराया जा सकता है।
और कबाड़ा हो जाएगा पूरे क्षेत्र की ट्रैफिक का
ड्रेनेज और स्टार्म वाटर लाइन के काम को लेकर नगर निगम अधिकारियों की फजीहत हो रही है, क्योंकि मधुमिलन से लेकर नसिया के बीच वर्षों पुराना नाला है और उसी के आसपास कुछ लाइनें मिलाी जाना है। पहले ही मधुमिलन चौराहा पूरी तरह खुदा हुआ है और अब ऐसे में मधुमिलन से सरवटे वाले रोड को बंद करने से सबसे ज्यादा फजीहत वाहन चालकों और बस चालकों की होगी।
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