- मुख्यमंत्री ने अफसरों और मंत्रियों से अहंकार में न रहे, जनता की भलाई करें
- स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार सरकार की प्राथमिकता में शामिल
भोपाल। प्रदेश में सरकार अब 12 सूत्रों के आधार पर ही चलेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नए साल में पहली बार अफसरों और मंत्रियों को वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि शासन किए तरह से चलेगा। इसके लिए उन्होंने बाकायदा सूत्र भी बताए हैं। सरकार ने पहली बार शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को शामिल किया है। मुख्यमंत्री ने अफसरों और मंत्रियों से दो टूक कहा है कि कोई भी अंहकार में न रहे, जनता की भलाई करें। उन्होंने संकेत दिए हैं कि कौन कितना और कैसा काम कर रहा है, इसका फीडबैक जनता से लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि गरीबों का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है
- पहला सूत्र: जनता ही भगवान: हमारा पहला सूत्र है कि जनता ही अपनी भगवान है। कोई भी अहंकार में न रहे तथा जनता की सेवा एवं बेहतरी के लिए कार्य करें।
- दूसरा सूत्र: खजाने पर गरीबों का पहला हक: मध्यप्रदेश के खजाने पर सबसे पहले गरीबों का हक है। गरीबों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
- तीसरा सूत्र: किसानों की तरक्की: किसान एवं कृषि का विकास सरकार का तीसरा महत्वपूर्ण बिन्दु है। किसानों की फसल की उत्पादन लागत घटाने तथा उन्हें फसलों का बेहतर मूल्य दिलवाने के लिए निरंतर कार्य करना है।
- चौथा सूत्र: महिला सशक्तीकरण: हमें महिलाओं का आर्थिक, सामाजिक तथा शैक्षणिक सशक्तीकरण करना है तथा उन्हें पूरा सम्मान एवं सुरक्षा देनी है। महिला स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाना है। बेटियों की सुरक्षा के लिए हम धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020 लाए हैं।
- पाँचवा सूत्र: सुशासन: प्रदेश में सुशासन देना, जिसके अंतर्गत जनता को निश्चित समय-सीमा में सेवाएं बिना कार्यालयों के चक्कर लगाए तथा बिना कुछ लिए-दिए प्राप्त हो जाएं।
- छठवां सूत्र: माफिया मुक्त प्रदेश: प्रदेश को माफिया मुक्त करना। प्रदेश में ड्रग माफिया, मिलावट माफिया, भू-माफिया, रेत माफिया आदि के विरूद्ध सघन अभियान जारी रहेगा। याद रखें किसी निर्दोष व्यक्ति को झूठे मामले में न फंसाया जाए।
- सातवां सूत्र: परिजयोनाज समय-सीमा में पूरा कराएं: परियोजनाओं को निश्चित समय पर पूरा कराएं। इसके लिए मैं स्वयं हर हफ्ते बड़ी योजनाओं की समीक्षा करूंगा, मंत्री भी नियमित समीक्षा करें। अधिकारी कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करें।
- आठवां सूत्र: केंद्र की योजनाओं में नबर वन बने रहना: केन्द्र की हर योजना में नंबर वन रहने के लिए सभी निरंतर प्रयास करें। मंत्री केन्द्र से निरंतर समन्वय रखें तथा दिल्ली के दौरे करें।
- नौवां सूत्र: आत्मनिर्भर मप्र: आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का गठन। इसके लिए बनाए गए रोडमैप पर तेजी से क्रियान्वयन किया जाए।
- दसवां सूत्र: रोजगार: अधिक से अधिक रोजगार सृजन के लिए हर विभाग प्रयास करे। शासकीय व अशासकीय दोनों क्षेत्रों में रोजगार बढ़ें। कौशल विकास पर पूरा ध्यान दिया जाए।
- ग्यारहवां सूत्र: जन स्वास्थ्य: हमें अपने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों को उच्च कोटि का बनाना है। फीवर क्लीनिक को ऐसे विकसित करना है कि वहां हर तरह का इलाज मिल सके।
- बारहवां सूत्र है: अच्छी शिक्षा: हमें शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा। प्रत्येक 20-25 किलोमीटर के दायरे में सीएम राइज स्कूल खोले जाएंगे। विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों की शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।