इन्दौर। प्रदेश के इन्दौर शहर में सर्वाधिक कामयाब होम आइसोलेशन, यानी घरेलू चिकित्सा व्यवस्था के दौरान भले ही अब तक ढाई हजार लोगों का घरों में ही इलाज करते हुए 1771 मरीजों को कोरोनामुक्त कर दिया गया हो, लेकिन पिछले एक सप्ताह से मरीजों की बढ़ती तादाद के साथ ही 25 लोगों की तबीयत बिगडऩे पर उन्हें तत्काल घर से अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ा, जबकि पिछले 4 माह में मात्र 32 मरीज अस्पताल भेजना पड़े थे।
पिछले 10 दिनों में शहर में कोरोना मरीजों की तादाद में जहां जबरदस्त इजाफा हुआ है, वहीं होम आइसोलेशन का बोझ भी बढ़ा है। विगत 15 अगस्त को जहां होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या 1620 थी, वह 25 अगस्त को बढक़र 2504 पर पहुंच गई, यानी मात्र 10 दिनों में करीब 900 मरीज होम आइसोलेशन में बढ़ गए। लेकिन चिंता की बात यह है कि 20 अगस्त से लेकर 25 अगस्त तक के 5 दिनों में ही 25 मरीजों की तबीयत बिगडऩे के कारण उन्हें घरों से अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ा, जबकि 1 मई से शुरू होम आइसोलेशन के करीब 4 महीनों की अवधि में 20 अगस्त तक मात्र 32 लोगों को तबीयत बिगडऩे पर अस्पताल भेजना पड़ा था। पिछले 5 दिनों में 25 मरीजों के अस्पताल जाने से यह संख्या बढक़र 57 हो गई है। अभी भी होम आइसोलेशन में इलाज कराने वालों की संख्या 676 है। इन सभी मरीजों की मॉनीटरिंग कंट्रोल रूम से की जा रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved