इंदौर । सब ठीक रहा तो मध्यप्रदेश (MP) की आर्थिक नगरी कहे जाने वाली इंदौर (Indore) में अब केबल कार भी चलेगी, हालांकि अभी मेट्रो (Metro) का काम पूरा नहीं हो गया कि नए प्रोजेक्ट पर काम हो गया है। भीड़भाड़ में ट्रैफिक से बचने का ये बेहतरीन साधन होगा। इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) ने इसके लिए अलग से बजट भी मंजूर कर दिया है। इसके लिए पहले कंसलटेंट नियुक्त किया जाएगा और फिर सर्वे शुरू होगा।
बता दें कि इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) का बजट देरी से जारी हुआ। इस साल आइडीए ने 524 करोड़ का बजट पेश किया है। इसमें शहर में 11 नए ब्रिजों के निर्माण के फिजिबिलिटी सर्वे का लक्ष्य रखा है। ये ब्रिज रेडिसन चौराहा, भंवरकुआं, विजय नगर, आइटी पार्क, मूसाखेड़ी, खजराना, एमआर-9, रीगल तिराहा, लवकुश चौराहा, महू नाका और देपालपुर चौराहे पर बनेंगे। आइडीए ने पहले साल इन ब्रिजों के सर्वे के लिए पांच करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। इसके अलावा राजवाड़ा, सराफा, क्लाथ मार्केट जैसे संकरे क्षेत्रों में केबल कार के लिए भी फिजिबिलिटी सर्वे होगा। केबल कार के रूट इन क्षेत्रों के मेट्रो कारिडोर से भी जुड़ेंगे। इस काम को तेती से करने पर विचार किया जा रहा है।
इस पूरे मामले में आइडीए अध्यक्ष व संभागायुक्त डा. पवन शर्मा ने बताया सरकार ने आइडीए की सात योजनाओं को स्वीकृति दी है। उनके विकास के लिए 35 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। आइडीए ने सिंहस्थ के समय एमआर-4 का निर्माण किया था। यह सड़क अभी लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन तक है। अब इसका विस्तार एमआर-10 ब्रिज पर आकार ले रहे बस स्टैंड (आइएसबीटी) तक होगा। इसे नगर निगम बनाएगा और गैरयोजना मद में प्राधिकरण वित्तीय सहयोग करेगा। वहीं सुपर कारिडोर से बायपास को जोड़ने के लिए एमआर-12 की योजना पर भी आइडीए काम करेगा। इसके आसपास ट्रांसपोर्ट हब विकसित करने की योजना है। विदित हो कि सोमवार को पेश किए गए इंदौर विकास प्राधिकरण के 524 करोड़ के बजट में 75 लाख केबल कार के लिए मंजूर किये गए। इस बजट में पहले चरण में कंसलटेंट की नियुक्ति होगी और फिर फिजिबिल्टी सर्वे किया जाएगा. केबल कार परियोजना पर कुल कितना खर्च होगा इसका अनुमान फिजीबिलिटी सर्वे के आधार पर ही तय होगा। इस केबल कार को ऐसे इलाकों में चलाया जाएगा जहां भीड़भाड़ बहुत है।