उज्जैन। रुद्र सागर के पैदल ब्रिज निर्माण का काम सावन माह में पूरा होने संभावना जताई गई थी लेकिन निर्माण की गति धीमी होने के कारण यह नहीं हो पाया था। इसके बाद बारिश के कारण काम रुका रहा और फिर शेष रहे कामों को पूरा किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि यह ब्रिज उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा करीब ढाई साल से बनाया जा रहा है। इसका महाकाल लोक की तरफ का सिरा तैयार हो गया है और चार धाम मंदिर वाली साईड पर काम चल रहा था। यह अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।
इस कारण सावन माह में श्रध्दालु इसका उपयोग नहीं कर पाए। यह बारिश बाद ही पूर्ण होने की संभावना जताई गई थी। परंतु अभी भी काम चल रहा है और नए साल में ही इस ब्रिज का उपयोग शुरू हो सकेगा। गौरतलब है कि महाकालेश्वर मंदिर के पीछे, रूद्र सागर पर 200 मीटर लंबा और 7 मीटर चौड़ा पैदल ब्रिज बनाया जा रहा है। अनुबंध के अनुसार इसका निर्माण लगभग 11महीने पहले हो जाना था। परंतु कार्य की धीमी गति के चलते यह पूरा नहीं हो पाया। पुल का निर्माण कार्य महाकाल महालोक परियोजना के दूसरे चरण अंतर्गत दो साल पहले मई- 2022 में शुरू किया गया था। निर्माण एजेंसी को 25 करोड़ 22 लाख रुपये की राशि में यह ठेका दिया गया था। साथ ही 18 महीने में पहले निर्माण कार्य पूर्ण करने का टारगेट दिया गया था। इस हिसाब से यह काम नवंबर 2023 में पूरा हो जाना था। गत वर्ष हुए विधानसभा चुनाव से पहले इस ब्रिज का लोकार्पण करने के प्रयास भी किए गए। बावजूद इसके काम पूरा नहीं हो पाया था। इसके बाद श्रावण मास में इसके आरंभ होने की संभावना जताई गई थी। उस दौरान चार धाम मंदिर वाली साईड पर 40 मीटर का स्लेब डाला जा रहा था और फिनिशिंग का काम भी चल रहा था। इसके बाद बारिश का सीजन शुरू हो गया था। अब फिर यह काम शुरू हुआ है लेकिन इसकी गति धीमी है। ऐसे में रूद्र सागर के पैदल ब्रिज का उपयोग पर्यटक और श्रद्धालु नए साल में ही कर सकेंगे।
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