चंडीगढ़। केंद्र के ईंधन पर उत्पाद शुल्क हटाने के कुछ दिनों बाद पंजाब (Punjab) में कांग्रेस की सरकार ने राज्य में पेट्रोल और डीजल (Petrol and Diesel) पर वैट (Vat) कम कर दिया (Reduced) है। इससे इनकी कीमतों में क्रमश: 10 रुपये (Rs. 10) प्रति लीटर और पांच रुपये (Rs. 5) प्रति लीटर तक की कमी होगी। पेट्रोल और डीजल की नयी दरें आधी रात से लागू होंगी।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि हम आधी रात से पेट्रोल की कीमत में 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में पांच रुपये प्रति लीटर तक की कमी कर रहे हैं। पंजाब में अभी पेट्रोल 106.20 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.83 रुपये प्रति लीटर है। शिरोमणि अकाली दल, भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए राज्य सरकार से ईंधन पर कर कम करने की मांग कर रहे थे।
मोदी सरकार ने 3 नवंबर को पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये केंद्रीय उत्पाद शुल्क कम करने का फैसला किया था। डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी पेट्रोल की तुलना में दोगुनी की गई। सरकार का कहना था कि भारतीय किसानों ने अपनी कड़ी मेहनत से लॉकडाउन के दौरान भी आर्थिक विकास की गति को बनाए रखा और अब डीजल पर उत्पाद शुल्क में भारी कमी आने वाले रबी सीजन के दौरान किसानों को राहत देगी।
गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल की बेस प्राइज काफी कम है, लेकिन सरकारों की तरफ से लगाए जाने वाले अलग-अलग टैक्स के कारण कीमतें इस स्तर तक पहुंची हैं। पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी से अपने खजाने को भरती है तो राज्य सरकार वैट लगाकर पैसा जुटाती है। एक नवंबर के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल की बेस प्राइज 47.28 रुपए प्रति लीटर है। ढुलाई के लिए 30 पैसे लगते हैं। डीलर का कमीशन एक लीटर पर 3.90 रुपए है। केंद्र प्रति लीटर 32.90 रुपए एक्साइज ड्यूटी वसूलती है, जबकि 25.31 रुपए वैट है।
मध्य प्रदेश की सरकार पेट्रोल और राजस्थान की सरकार डीजल पर देश में सबसे अधिक रुपए टैक्स के जरिए कमा रही हैं। मध्य प्रदेश सरकार पेट्रोल पर 31.55 रुपए टैक्स वसूल रही है। डीजल पर सबसे अधिक टैक्स राजस्थान सरकार की तरफ से लगाया है। राजस्थान में प्रति लीटर 21.82 रुपए टैक्स वसूला जाता है।
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