भोपाल। मप्र के 29 लोकसभा क्षेत्रों में से छिंदवाड़ा (Chhindwara) को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Congress state president Kamal Nath) का गढ़ माना जाता है। नाथ के इस गढ़ को भेदने के लिए भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है। इसकी जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) को दी गई है। सिंधिया लगभग 13 साल बाद 18 अगस्त को एक दिवसीय प्रवास पर छिंदवाड़ा जाएंगे। उनका आधिकारिक दौरा प्रदेश भाजपा की तरफ से जारी किया गया है। सिंधिया के छिंदवाड़ा जाने की खबर से राजनीतिक हलकों में सरगर्मी तेज हो गई है।
दरअसल, मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) के गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस सरकार गिराने के बाद सिंधिया (Sindhiya) का यह पहला दौरा है। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ता काफी उत्साहित दिख रहे हैं, जबकि कांग्रेसी सिंधिया के दौरे में प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।
छिंदवाड़ा में भाजपा कमजोर
मप्र में छिंदवाड़ा ही एक मात्र संसदीय और जिला है जहां भाजपा सबसे कमजोर है। छिंदवाड़ा संसदीय सीट पर कमलनाथ के सुपुत्र नकुलनाथ सांसद हैं। वहीं जिले की सातों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। भाजपा की रणनीति है कि 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस को जोरदार टक्कर दी जाए। इसके लिए सिंधिया को वहां सक्रिय किया जा रहा है।
कमलनाथ के शंखनाद में आए थे सिंधिया
इससे पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 2008 में छिंदवाड़ा गए थे। वे वहां दशहरा मैदान में कमलनाथ द्वारा आयोजित किए गए शंखनाद कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस शंखनाद कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के तमाम बड़े नेता आए थे, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी शामिल थे। ऐसे में दिग्विजय सिंह ने मंच पर यह कह दिया था कि कमलनाथ हमारे सर्वमान्य नेता हैं। शायद यह बात ज्योतिरादित्य सिंधिया को उस समय नागवार गुजरी थी और उन्होंने मंच से नीचे आकर मीडिया से चर्चा के दौरान यह कह दिया था कि अभी कांग्रेस में कुछ तय नहीं है। कहा जा सकता है कि उस समय भी सिंधिया नाथ के नेतृत्व से खफा थे और आज तो दूरियां जगजाहिर है।
हवाई पट्टी से सीधे चले गए थे नरसिंहपुर
हालांकि इस दौरे के बाद साल 2013 में भी सिंधिया केंद्र की तात्कालिक कांग्रेस सरकार में मंत्री रहते हुए छिंदवाड़ा की एयर स्ट्रिप पर उतरकर कार से नरसिंहपुर चले गए थे, लेकिन ना तो वे छिंदवाड़ा में रुके और ना ही उन्होंने कोई राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
अजय चौरे के कहने में कार्यक्रम तय
भाजपा में आने के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से विधायक रहे अजय चौरे को भोपाल में भाजपा की सदस्यता दिलाई थी। बताया जा रहा है कि अजय चौरे ने ही सिंधिया का छिंदवाड़ा का दौरा फाइनल कराया है।
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