भोपाल। हमीदिया अस्पताल में रविवार से सुल्तानिया अस्पताल पूरी तरह चालू हो गया है, । यहां पहले ही दिन गर्भवती महिला चंद्रावती मेहरा ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। अब सोमवार से सुल्तानिया अस्पताल की इमरजेंसी में किसी भी नए मरीज को भर्ती नहीं किया जा रहा है, बल्कि गर्भवती महिलाओं का पूरा इलाज हमीदिया में ही होगा। गांधी मेडिकल कालेज प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि कोई भी गर्भवती महिला जांच व इलाज के लिए अब सुल्तानिया अस्पताल न जाए। बता दें कि हमीदिया अस्पताल के 11 मंजिला नए भवन में पहले ही सुल्तानिया अस्पताल की ओपीडी व इमरजेंसी चालू हो चुकी है। प्रतिदिन ओपीडी में 200 से अधिक महिला मरीज पहुंच रही है, जिनकी जांच कर इलाज किया जा रहा है। इनके इलाज के लिए चार आपरेशन थिएटर है, जो सभी चालू हो गए हैं। इमरजेंसी में दो माइनर आपरेशन थिएटर हैं, वह भी चालू कर दिए हैं।
सुल्तानिया में भर्ती मरीजों का वहीं इलाज
सुल्तानिया अस्पताल में 180 मरीज मरीज भर्ती है। ये ठीक होने तक इसी अस्पताल में भर्ती रहेंगी और यहीं से इनकी छुट्टी होगी। इनके भर्ती रहने तक चार विशेषज्ञ डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम तैनात रहेगी। अधीक्षक कार्यालय का 40 प्रतिशत अमला भी यहीं रहेगा, जो इन मरीजों की सुविधा के लिए काम करेगा। यहां भर्ती जिन महिलाओं ने नवजातों को जन्म दिया है, उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ व नवजातों के जन्म प्रमाण पत्र भी यहीं से मिलेंगे। पहली बार हमीदिया में किसी शिशु का जन्म हुआ है। इसी के साथ हमीदिया में नवजात को जन्म देने वाली गोविंदपुरा क्षेत्र की चंद्रावती मेहरा पहली महिला बन गई है। हमीदिया अस्पताल से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों में भी खुशी का माहौल है। सभी ने महिला व उसके स्वजनों को बधाई दी और मिठाइयां बांटी है। बता दें कि हमीदिया में वर्षों करोड़ों मरीज इलाज करवा चुके हैं, लेकिन नवजात की किलकारी कभी नहीं गूंजी थी, क्योंकि यह विभाग सुल्तानिया अस्पताल में संचालित होता था।
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