भोपाल, रामेश्वर धाकड़। आचार संहिता हटते ही तबादलों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। खास बात यह है कि तबादले जुगाड़ या सिफारिश के आधार पर नहीं, बल्कि अफसरों की परफॉर्मेंस के आधार पर होंगे। इसमें ईमानदार और तेजतर्रार अफसरों को लूप-लाइन से हटाकर फील्ड में भेजा जाएगा। ढीले, भ्रष्ट अफसरों को फील्ड से बुलाया जाएगा। संभावित फेरबदल में करीब 19 जिलों के एसपी और दो दर्जन जिलों के कलेक्टर बदले जाएंगे। यह फेरबदल एक साथ न होकर अलग-अलग होगा। मंत्रालय सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार को अलग-अलग माध्यम से कलेक्टर, एसपी, वन एवं मुख्यालय के अफसरों की शिकायतें मिली हैं, जिसमें अफसरों पर माफिया से मिलीभगत, भ्रष्टाचार की भी शिकायतें है।
कुछ अफसरों की व्यक्तिगत शिकायतें भी सरकार तक पहुंची हैं। गंभीर शिकायतों को मुख्यमंत्री ने बेहद गंभीरता से लिया है। जिन अफसरों को बदला जाना है, उनकी सूची तैयार हो चुकी है। सीहोर, आगर-मालवा एसपी का चुनाव बाद हटना पहले से तय था। अशोकगनर एसपी भी हटेंगे। अन्य जिलों के एसपी भी बदले जाएंगे। पुलिस कमिश्नर वाले शहर भोपाल, इंदौर के कुछ अफसरों को बदला जाएगा। इसी तरह कलेक्टरों की सूची तैयार हुई है। कुछ संभागायुक्त, विभागाध्यक्ष, विभाग प्रमुख, पुलिस रेंज अफसर के अलावा पुलिस मुख्यालय में भी बड़े अफसरों की अदला-बदली की तैयारी है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि बड़ी सर्जरी विधानसभा सत्र के बाद होगी या उससे पहले, क्योंकि 5 जून से नमामि गंगे अभियान शुरू हो रहा है।
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