भोपाल। राजधानी की शराब दुकानों, अहातों और बियर बारों में काम करने वाले कर्मचारियों की पूरी जानकारी अब संबंधित थानों को देना होगी। भोपाल से पूर्व इंदौर में यह व्यवस्था लागू की जा चुकी है। आबकारी विभाग के सहयोग से इन स्थानों पर एक विशेष तरह का फार्म वितरण किया जाएगा और फार्म भरकर कर्मचारियों की जानकारी जुटाना विभाग ने शुरू कर दी है। जिलेभर में बड़ी संख्या में शराब दुकान, बियर बार और अहाते संचालित हो रहे हैं। इन स्थानों पर अधिकांश उत्तरप्रदेश, बिहार सहित अन्य राज्यों में रहने वाले कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनमें कुछ कर्मचारियों को लेकर पुलिस को यह जानकारी भी मिली कि यह अपने-अपने राज्यों के लिस्टेट गुंडे हैं और अपराधों से जुड़े हुए हैं। पुलिस से बचने के लिए यह लोग मध्यप्रदेश में आकर शराब दुकानों, अहातों और बियर बारों में काम कर रहे हैं। इस तरह की जानकारी मिलने के बाद आबकारी विभाग के सहयोग से शराब व्यवसाय से जुड़े लोगों की सम्पूर्ण जानकारी जुटाना शुरू कर दी गई है। आबकारी विभाग के सहयोग से एक फार्म इन स्थानों पर बांटा गया है और इन्हें एक-दो दिन में भरकर संबंधित थानों पर जमा कराने को कहा गया है।
रीवा और सतना के लोग शहर की शराब की दुकानों और अहातों पर काम कर रहे हैं
शराब व्यवसाय से जुड़े सूत्रो के अनुसार शहर की शराब की दुकानों और बीयरबारों में 1200 से 1500 के बीच वेटर का काम रीवा,सतना और सागर क्षेत्र में रहने वाले लोग काम कर रहे हैं। स्थिति यह है कि शराब की दुकानों के काउंटरों पर पैसे कलेक्शन का काम स्थानीय व्यक्ति के पास है। बाकी सभी काम बाहर से आए हुए लोगों द्वारा संचालित किया जा रहा है।
यह जानकारी देना होगी
इनमें कर्मचारियों का नाम, मूल निवासी, जहां वे रहते हैं उसकी जानकारी, वर्तमान में कहां रहते हैं, पहचान के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या अन्य संबंधित दस्तावेज की फोटोकापी, वर्तमान का पासपोर्ट साइज का फोटो, मोबाइल नंबर के साथ जिस स्थान पर वह काम कर रहे हैं, वहां के मालिक की जानकारी भी फार्म में भरना होगी>
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