इंदौर। कांग्रेस संगठन को अब धीरे-धीरे लाइन पर लाने का दावा किया जा रहा है। वरिष्ठ नेताओं की बैठक में कांग्रेस को मजबूत करने संबंधी बातें तो हुईं, लेकिन यह भी तय किया गया कि अपनी दुकान या अपना नाम चलाने के लिए छोटे-छोटे आयोजन करने वाले कांग्रेसी पहले इसकी सूचना संगठन को देंगे और अनुशंसा समिति तय करेगी कि आयोजन का स्वरूप क्या हो। अभी तक जिस भी कांग्रेस नेता के समक्ष में आता है वह धरना-प्रदर्शन करने निकल पड़ता है। कई बार तो कार्यकर्ताओं के नहीं जुटने के कारण उस आंदोलन की हवा निकल जाती है। ऐसा कई बार हुआ है, लेकिन चंद नेता अपना-अपना नाम चलाने के लिए शहर और जिला कांग्रेस से अलग हटकर आयोजन करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में बहुत ही कम संख्या में नेताओं को बुलाया गया था। एक विधानसभा से एक ही नेता को बुलाया गया और उन्हें समझाया गया कि किस तरह से संगठन को मजबूत करने के लिए काम करना है। ग्रामीण क्षेत्र में बन रही समितियों को लेकर भी प्रभारी रवि जोशी और भोपाल से अलग से प्रभारी बनाकर भेजे गए अवनीश भार्गव और गजेन्द्र सिसोदिया ने भी कांग्रेस नेताओं से बात की। शहर में भी गुटबाजी की बजाय साथ में मिलकर काम करने की सलाह नेताओं द्वारा दी गई। इसके आधार पर एक रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है, जिसमें सक्रिय और निष्क्रिय नेताओं की जानकारी एकत्रित की जाएगी। बैठक में पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, ग्रामीण और शहर के अध्यक्ष सहित चंद नेता मौजूद रहे। कुछ कांग्रेसी नेताओं ने बैठक में नहीं बुलाने पर आपत्ति भी दर्ज कराई, लेकिन प्रभारियों ने दो टूक कह दिया कि प्रदेश कांग्रेस से जो दिशा-निर्देश मिले थे, उसके आधार पर ही बैठक आयोजित की गई थी।
बेसिक संगठन को मजबूत करने पर जोर
कांग्रेस के बेसिक संगठन के रूप में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन महाविद्यालयों में तो युवक कांग्रेस युवाओं में काम करती है, लेकिन दोनों की ही कोई खास उपलब्धि नहीं रही है। अब इन दोनों संगठनों को मजबूत करने पर भी जोर दिया जाना है। इसके साथ ही महिला कांग्रेस की विंग भी मजबूत की जाएगी। हाल ही में महिला कांग्रेस में फेरबदल कर साक्षी शुक्ला को हटाकर पार्षद सोनिला मिमरोट को बनाया गया है। आने वाले समय में सभी मोर्चा-संगठन में फेरबदल किए जाएंगे।
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