ग्रेटर नोएडा: सचिन मीणा और सीमा हैदर मामले में मीडिया से बातचीत के दौरान एक बयान देकर सुर्खियों में आईं मिथिलेश भाटी कानूनी पचड़े में फंस गई हैं. दरअसल, उन पर सचिन की बॉडी शेमिंग करने का आरोप लगा है. उन्होंने सचिन को ‘लप्पू और झींगुर’ बोला था. अब सचिन-सीमा के वकील एपी सिंह की ओर से मिथिलेश भाटी को मानहानि नोटिस भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि इस तरह की बातें बोलकर उन्होंने सचिन की सरेआम बेइज्जती की है, उसकी छवि खराब की है.
इस मामले में अब मिथिलेश भाटी ने भी पलटवार का मन बनाया है. वह आज शाम 3 बजे अपनी भाभी गीता भाटी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली हैं. मिथिलेश और गीता सीमा-सचिन के वकील एपी सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की योजनी बना रही हैं. करीब 10-12 वकील समर्थन में मिथिलेश-गीता से मिलने पहुंचेंगे. यह जानकारी गीता भाटी ने दी है. मिथिलेश भाटी के समर्थन में अवध केसरी सेना और विश्व हिंदू महासभा के कार्यकर्ता भी पहुंचेंगे.
मिथलेश भाटी रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र के म्याना गांव की निवासी हैं. वह सचिन को जानती हैं. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ था, जिसमें मिथिलेश कहती नजर आ रही हैं, ‘लप्पू सा सचिन है…झींगुर सा लड़का…क्या है सचिन में…?’ यह वीडियो वायरल होने पर कई यू-ट्यूबर्स ने इस पर गाने तक बना दिए. उनकी कही बातें इंस्टाग्राम से लेकर ट्विटर-फेसबुक तक मीम्स, रील्स, मिमिक्री के रूप में वायरल हैं.
वकील एपी सिंह की ओर से मिले नोटिस पर मिथिलेश का कहना है, ‘देखी जाएगी, क्या करेंगे? फांसी लगवा देंगे, जेल भिजवा देंगे, कालापानी करवा देंगे, उससे ज्यादा तो कुछ होता नहीं.’ सचिन की बॉडी शेमिंग करने के आरोप पर मिथिलेश ने कहा, ‘मैंने कुछ नहीं कहा है. गलत तो तब होता है जब किसी से दुश्मनी निकालनी हो और यह कहना है सोचके, मैं तो वहां पर खड़ी थी, मुंह पर माइक लगा दिया, मेरे मुंह में जो आया मैंने बक दिया और दो शब्द कहे हुए इतने वायरल हो गए.’
मिथिलेश का सपोर्ट करने वाली उनकी भाभी गीता भाटी का कहना है कि वह गांव की महिला है. उसने सचिन के लिए जो बोला है, वह जानबूझकर नहीं बोला. मिथिलेश ने अपनी सफाई में कहा कि गांव की भाषा में यह रोजमर्रा की बोली है. गांव में जिसकी टांगें पतली होती हैं, उसको लप्पू या सरकंडा कह देते हैं. उन्होंने तर्क दिया कि सचिन मीणा का छोटा भाई तो अपनी भाभी सीमा हैदर को ‘कतई जहर’ कहता है. इसे लेकर किसी को कोई आपत्ति क्यों नहीं होती?
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved