भोपाल। राशन दुकानों से बाजरा वितरण की योजना अब फरवरी में लागू की जाएगी। प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति फैज अहमद किदवई ने जिला आपूर्ति अधिकारियों व कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों को जनवरी में बाजरा के वितरण न करने के निर्देश दिए हैं। जनवरी में जिन राशन दुकानों पर बाजरा का स्टॉक आ गया है। उनसे भी वितरण नहीं किया जाएगा। बल्कि गेहूं मंगाकर ही हितग्राहियों को वितरित किया जाएगा। फरवरी से गेहूं की मात्रा में कटौती कर बाजरा का वितरण किया जाएगा।
ये है बाजरा वितरण की योजना
अंत्योदय राशन कार्डधारी को अभी तक कुल 35 किलोग्राम राशन दिया जाता था। जिसमें से 30 किलोग्राम गेहूं और 5 किलोग्राम चावल दिया जाता था। वहीं, अब नए आदेश के बाद अंत्योदय परिवार को 20 किलोग्राम गेहूं ,10 किलोग्राम बाजरा व 5 किलोग्राम चावल दिया जाएगा। शासन के नए निर्देश के बाद अन्य कार्डधारी परिवारों के प्रति व्यक्ति 2 किलोग्राम बाजरा हर महीने दिया जाएगा। जबकि इसके पहले प्रति व्यक्ति 4 किलोग्राम गेहूं और 1 किलोग्राम चावल दिया जाता था। लेकिन नए आदेश के बाद प्रति व्यक्ति 2 किलोग्राम गेहूं, 2 किलोग्राम बाजरा और 1 किलोग्राम चावल हर महीने दिया जाएगा।
भिंड-मुरैना से आ रहा बाजरा
इस वर्ष चंबल क्षेत्र के भिंड-मुरैना जिले में बाजरा की अच्छी पैदावार हुई है। सरकारी की चुनावी घोषणा के मुताबिक बाजरा की खरीदी की गई है। जिसे अब राशन दुकानों के जरिए खपाया जा रहा है। ऐसे में छतरपुर जिले के रहवासियों के लिए बाजरा का वितरण परेशानी का सबब बन सकता है, क्योंकि जिले के लोग बाजरा खाना बहुत कम पसंद करते हैं। इसलिए जिले में बाजरा का उत्पादन भी बुहत ही कम होता है।
लोग पसंद नहीं कर रहे बाजरा
जिले के लोग गेहूं और चावल का खाने में इस्तेमाल करते हैं। जिले में बाजरा का उत्पादन न के बराबर है, लोग भी खाने में बाजरा का इस्तेमाल नहीं करते हैं। ऐसे में गेहूं की मात्रा में कटौती कर बाजरा वितरण की जानकारी मिलने पर हितग्राहियों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि जिले के लोगों के लिए बाजरा अनुपयोगी ह
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