– प्रदेश के विदिशा व टीकमगढ़ शहर में भी लगा प्रतिबंध
इंदौर बजरंग कचोलिया ।
कोरोना से निजात नहीं मिली है कि बेटमा व इसके 10 किमी के इलाके में अब पशुओं में ग्लैन्डर्स नामक संक्रामक रोग का साया मंडरा रहा है। इससे सरकार ने पशुओं के मेले व पशुओं के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र (एनआरसीई) में भेजे 17 सैंपल के बाद सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसमें इंदौर के तीन सैंपल पॉजिटिव मिले थे जो इन अश्व प्रजाति (जिनमें गधा, घोड़ा व खच्चर शामिल हैं) में ग्लैन्डर्स रोग का संकेत था। इसके बाद राज्य के पशुपालन विभाग ने पशुओं में संक्रामक एवं संसर्गजन्य रोगों के नियंत्रण एवं रोकथाम अधिनियम 2009 की धारा 6 एवं 7 के तहत देपालपुर तहसील के ग्राम बेटमा तथा उसके 10 किमी के दायरे में आने वाले क्षेत्र को ‘नियंत्रित क्षेत्र’ घोषित किया है। इसके चलते इन इलाके में अश्व प्रजाति के पशुओं का आवागमन नहीं हो सकेगा और इन पशुओं की दौड़, मेले, प्रदर्शनी, खेलकूद व एकत्रीकरण को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसी तरह का प्रतिबंध विदिशा व टीकमगढ़ शहर में भी लगाया गया है। इस संबंध में गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।
क्या है ग्लैन्डर्स रोग
यह एक संक्रामक रोग है, जो अश्व प्रजाति के पशुओं में होने पर उनके मुंह से खून निकलने लगता है, शरीर में गांठे पड़ जाती हैं, सांस लेने में दिक्कत होती है और उनसे जमीन से उठा तक नहीं जाता है। ऐसी दशा में दिल्ली जैसे शहरों में तो घोड़ों को मारना तक पड़ा है। यह रोग बरखोडेरिया मैलियाई नामक जीवाणु से होता है, जो अब जानवरों के जरिए इंसान में भी पनपने लगा है। 19वीं पशु गणना के हिसाब से देश में करीब 11.8 लाख अश्व प्रजाति के पशु हैं।
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