ओंकारेश्वर में शंकराचार्य प्रतिमा का अनावरण… हजारों संतों के साथ सैकड़ों दिग्गजों का जमावड़ा
इंदौर की होटलों में तीन हजार से अधिक कमरे बुक तो ओंकारेश्वर के आसपास की होटलें भी फुल
इंदौर। इंदौर एक बार फिर दो दिनी उत्सव (Celebration) के लिए तैयार हो रहा है। इस बार यह जमावड़ा निवेश या विदेशी मेहमानों (Foreign Guests) की आवभगत के लिए नहीं, बल्कि अध्यात्म के चिंतन और साधु-संतों के आगमन और सत्कार व आतिथ्य के लिए होगा। ओंकारेश्वर (Omkareshwar) में 18 सितंबर को एकात्म धाम के अंतर्गत आचार्य शंकर (Acharya Shankar) की 108 फीट ऊंची बहुधातु प्रतिमा के वैदिक रीति के साथ होने जा रहे अनावरण में देशभर से आने वाले साधु-संतों और पीठों के शंकराचार्यों के लिए ओंकारेश्वर के नजदीकी क्षेत्र के अलावा इंदौर की होटलों में मप्र पर्यटन विकास निगम (Madhya Pradesh Tourism Development Corporation) ने जहां 3 हजार से अधिक कमरे बुक कराए हैं, वहीं ओंकारेश्वर के आसपास भी 300 कमरे आरक्षित किए हैं, जिनमें 17 सितंबर से अतिथि आकर ठहरेंगे।
उज्जैन (Ujjain) में महाकाल लोक के बाद अब ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। 50 फीट की ऊंचाई पर बनी 100 टन की 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के अनावरण के लिए 18 सितंबर को देशभर के साधु-संत और दिग्गज नेताओं सहित कई विशिष्ट हस्तियों का आगमन होगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह की विशेष उपस्थिति में प्रतिमा अनावरण के साथ ही ओंकारेश्वर को अद्वैत वेदांत के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। अगले चरण में यहां एक संग्रहालय की स्थापना भी की जाना है। इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए तैयारियां पिछले कई महीनों से जारी हैं। मप्र पर्यटन विकास निगम ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आने वाले अतिथियों के लिए इंदौर, खंडवा, ओंकारेश्वर, सैलानी, मूंदी, मोरटक्का, हनुवंतिया, महेश्वर और सनावद में 3322 कमरे आरक्षित किए हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 3035 कमरे इंदौर में आरक्षित हैं, जिनमें से 215 कमरे 5 स्टार होटल और 2820 कमरे 4 और 3 स्टार होटल में रखे गए हैं। खंडवा, ओंकारेश्वर, सैलानी, मूंदी, मोरटक्का, हनुवंतिया, महेश्वर और सनावद में 287 कमरे आरक्षित किए गए हैं, जहां 19 सितंबर तक अतिथियों का रहना होगा।
प्रदेश की 23 हजार पंचायतों के गांव गांव से जुटाई धातु से बनाई प्रतिमा
ओंकारेश्वर में स्थापित आदि शंकराचार्य के बाल स्वरूप की प्रतिमा के लिए प्रदेश की 23 हजार पंचायतों से कॉपर, टिन, जिंक व अन्य धातु जुटाई गई, जिनके मिश्रण से यह मूर्ति बनी है। मूर्ति का मुख दक्षिण दिशा में, यानी ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग और नर्मदा की ओर रहेगा। जाने-माने शिल्पकार भगवान रामपुरे के मार्गदर्शन में बनी इस प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने 11 साल के शंकराचार्य के बाल स्वरूप का चित्रण किया है। श्रद्धालु लिफ्ट और सीढिय़ों से दर्शन के लिए आदि गुरु के सम्मुख पहुंच सकेंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए दो हजार करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है।
दो दिन के लिए लगेंगे तीन सौ वाहन
मुख्य आयोजन वाले इन दो दिन के लिए विभाग ने लगने वाले 343 वाहनों के लिए निविदा भी बुलवाई है। ये वाहन अतिथियों के आने-जाने की व्यवस्था के लिए लगाए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार इनमें से कुछ वाहन अतिरिक्त रूप (रिजर्व) से इंदौर और खंडवा में रखे जाएंगे।
प्रशासन का सारा महकमा जुटेगा इंतजाम में
आयोजन के लिए पूरा महकमा सात दिन पहले से ही इंतजाम में जुट जाएगा। हालांकि प्रशासनिक अमला वैसे ही चुनावी तैयारियों को लेकर परेशान है और ऐसे में वीआईपी इंतजाम से लेकर ऐसे कार्यक्रमों के चलते प्रशासनिक दुविधा बढ़ती जा रही है।
विशेष अतिथियों के लिए व्यवस्था अलग से
200 विशेष अतिथियों के लिए लाइजनिंग ऑफिसर की वाहन सहित नियुक्ति के लिए एडीएम इंदौर को जिम्मेदारी मिली है। इंदौर एयरपोर्ट और इंदौर-खंडवा रेलवे स्टेशन पर भी आने वाले अतिथियों के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
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