एमजीएम मेडिकल कॉलेज में बनेगा जीनोम सिक्वेंसिंग लैब
इंदौर। अब कोरोना (Corona) के नये वेरिएंट (new variants) की जांच इंदौर (Indore) में ही हो सकेगी. इसके लिए यहां के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (Mahatma Gandhi Memorial Medical College) में जीनोम सिक्वेंसिंग की प्रयोगशाला (Genome Sequencing Laboratory) बनाई जा रही है. इसके लिएटेंडर प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी.
विभिन्न वायरसों विशेषकर कोरोना के नये स्वरूप का अब इंदौर में ही पता चल सकेगा. इसके लिये एमजीएम मेडिकल कॉलेज में शीघ्र ही जीनोम सिक्वेंसिंग की प्रयोगशाला स्थापित होने जा रही है. यहां जरूरी मशीन और उपकरण लगाए जाएंगे. इसके बाद अब सैंपल दिल्ली भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
जल्द तैयारी करें
कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा ने संभाग स्तरीय बैठक में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए विभिन्न तैयारियों की समीक्षा की. इसमें एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित समेत मेडिकल कॉलेज से जुड़े विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, संभाग के जिलों के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी और विशेषज्ञ उपस्थित थे.
कमिश्नर डॉ. शर्मा ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए विशेषज्ञों से कोरोना वायरस के स्वरूप के संबंध में चर्चा की. बताया गया कि अभी विभिन्न स्तरों पर इसका अध्ययन हो रहा है. डॉ. शर्मा ने निर्देश दिए कि अगली बैठक में अध्ययन रिपोर्ट पेश की जाए. ताकि समय रहते उससे निपटने के लिये आवश्यक तैयारी की जा सके.
अब दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा
बैठक में बताया गया कि इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग की प्रयोगशाला बनाई जाना है. इसके लिये नई मशीन और उपकरणों की आवश्यकता है.
डॉ. शर्मा ने निर्देश दिए कि मशीन और उपकरण जल्दी खरीदे जाएं. टेंडर बुलाए जाएं. नयी प्रयोगशाला बनने से अब इंदौर में ही कोरोना के नये वेरिएंट का पता चल सकेगा. निजी क्षेत्र की लैबों में भी इस तरह की प्रयोगशाला जल्द इंदौर में शुरू होने वाली है. डॉ. शर्मा ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीसरी लहर के आशंका को देखते हुए गर्भवती माताओं, नवजात शिशुओं, बच्चों के इलाज के लिए डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को ट्रेंड किया जाए
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