नासिक। भारत में वो दिन दूर नहीं जब आपको वाहनों के सतरंगी होर्न की जगह रोडों पर अब बांसुरी, तबला, पियानो या किसी दूसरे भारतीय वाद्ययंत्रों की धुन (Indian Instrumental Melodies) सुनाई देगी। जल्द ही भारतीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय बहुत जल्द ही इसको लेकर कानून बनाने जा जा रहा है। केद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Transport Minister Nitin Gadkari) ने सोमवार को कहा कि वह एक ऐसा कानून लाने की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत वाहनों के हॉर्न के रूप में केवल भारतीय वाद्ययंत्रों की आवाज का इस्तेमाल किया जाए, हालांकि यह घोषण पिछले साल बजट में भी की जा चुकी है।
बता दें कि गत दिवस नासिक में एक राजमार्ग के उद्घाटन समारोह में केद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वह ऐम्बुलेंस और पुलिस की गाड़ियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सायरन का भी अध्ययन कर रहे हैं और उन्हें आकाशवाणी पर बजाए जाने वाली अधिक कर्णप्रिय धुन में बदलने पर विचार कर रहे हैं। गडकरी ने कहा कि गाड़ियों में बजने वाले तेज हॉर्न और सायरन काफी परेशान करने वाले होतें और कई बार तो ऐक्सिडेंट का कारण भी बनते हैं। उन्होंने कहा कि एक कलाकार ने आकाशवाणी के लिए एक धुन बनाया और इसे सुबह-सुबह बजाया गया। मैं उस धुन को ऐम्बुलेंस के लिए इस्तेमाल करने की सोच रहा हूं ताकि लोगों को अच्छा लगे।
विदित हो कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इससे पहले देश में वाहनों के लिए भारत सीरीज के नंबर शुरू किए हैं जिसमें अगर कोई व्यक्ति दूसरे राज्य में जाता है तो उसे अब अपने वाहन का दोबारा रजिस्ट्रेशन नहीं कराना होगा यहां तक कि इसके साथ ही उसे पर्यावरण संबधि अन्य परेशानियों का भी सामना नहीं करना होगा।
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