नई दिल्ली (New Delhi)। कोरोना महामारी (Corona pandemic) के बाद अब एच3एन2 वायरस (H3N2 Virus) ने भी दहशत बढ़ा दी है। राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा ए के एच3एन2 वायरस (H3N2 Virus) से पीड़ित कई मरीज इलाज करा रहे हैं। यह वायरस सांस के मरीजों और बुजुर्गों के लिए घातक हो सकता है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) (Indian Council of Medical Research – ICMR)) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, एच3एन2 वायरस से पीड़ित सांस के 10 फीसदी मरीजों को अब तक ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी है।
डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य लोगों को तो इससे बुखार और लंबे समय तक खांसी जैसे लक्षण दिख रहे हैं। वह मरीज जो पहले से ही सांस व अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उनमें कुछ को ऑक्सीजन की जरूरत भी पड़ रही है। एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर नवल विक्रम के मुताबिक, यह वायरस तेजी से फैलता है। यह छींक मारने या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। इसमें कोरोना जैसे एहतियात रखने जरूरी हैं।
लोक नायक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि यह वायरस सबसे ज्यादा 60 वर्ष से अधिक और पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ज्यादा प्रभावित करता है।
ये लक्षण दिख रहे
– 92% मरीजों को बुखार
– 6% को दौरे पड़ने के लक्षण
– 86% को खांसी
– 27% को सांस की समस्या
– 16% को निमोनिया जैसे
क्या करें
– मास्क पहनें और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
– सर्दी या कफ होने पर मुंह और नाक को ढंकें।
– आंख और नाक को न छुएं।
– तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें।
– बुखार होने पर पैरासिटामोल लें।
क्या न करें
– हाथ मिलाने से बचें।
– सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें।
– डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न लें।
– साथ बैठकर खाना न खाएं
ये भी जानें
– इस वायरस से ज्यादातर मरीज ठीक हो जाते हैं
– कम प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों में यह वायरस लंबे समय तक रहता है
नोएडा : ओपीडी में खांसी जुकाम के मरीज बढ़े
शहर के अस्पतालों में सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीजों की भीड़ हो रही है। जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. प्रदीप शैलेट ने बताया कि रोजाना 200 से अधिक रोगी इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इसमें बुखार, सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या अधिक है। उन्होंने कहा कि इन्हें अभी इन्फ्लूएंजा ए और बी के मरीज कहना मुश्किल होगा। ओपीडी में इलाज से ही मरीज ठीक हो रहे हैं। भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
गाजियाबाद : प्रतिदिन पहुंच रहे ढाई हजार मरीज
जिले में प्रतिदिन इन्फ्लूएंजा ए से पीड़ित लगभग ढाई हजार मरीज सरकारी अस्पताल की ओपीडी में पहुंच रहे हैं। ये मरीज एमएमजी अस्पताल और संयुक्त जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भवतोष शंखधर ने बताया कि बदलते मौसम में असावधानी के कारण यह संक्रमण चल रहा है। इस पीड़ित मरीजों को ठीक होने में 15 दिन लग रहे हैं।
गुरुग्राम : नागरिक अस्पताल में फ्लू ओपीडी शुरू की गई
स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए नागरिक अस्पताल में तैयारियां पूरी कर ली है। इसके अलावा निजी अस्पतालों को भी जरूरी दिशा-निर्देश देने के साथ-साथ मरीजों की जानकारी देने को कहा है। वहीं नागरिक अस्पताल में सुबह और शाम को फ्लू ओपीडी की शुरुआत की गई है। जहां पर खांसी-जुकाम के सबसे ज्यादा मरीज आ रहे हैं। शुक्रवार सुबह फ्लू ओपीडी में 70 से ज्यादा मरीज खांसी-जुकाम के इलाज के लिए पहुंचे।
देशभर में इंफ्लुएंजा के 3038 मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) नौ मार्च तक देश में 3038 इंफ्लुएंजा के मामलों में की पुष्टि हुई है। इनमें एच3एन2 समेत अन्य उप प्रकारों के मामले भी हैं।
इस साल जनवरी में 1245, फरवरी में 1307 तथा इस महीने नौ मार्च तक 486 मामलों की पुष्टि हुई है। मंत्रालय ने कहा कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के जरिये देशभर में जुकाम जैसे लक्षणों के मामलों को रिकॉर्ड किया गया है। जनवरी में 3,97,814, फरवरी में 4,36,523 तथा मार्च में अब तक 1,33,412 मामले आए हैं। जिन मामलों में लोगों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी उनकी संख्या जनवरी में 7,041, फरवरी में 6,919 तथा मार्च में अब तक 1866 है।
अभी बढ़ोतरी का रुझान नहीं
मंत्रालय ने कहा कि 2 जनवरी से पिछले नौ सप्ताहों के दौरान एच3एन2 के कुल 451 मामले मिले हैं। पहले सप्ताह 46, दूसरे सप्ताह 57, तीसरे सप्ताह 44, चौथे 42, पांचवें 47, छठे में 61, सातवें में 46, आठवें में 52 तथा नौवें में 56 मामले आए हैं। यह दर्शाते हैं कि इनमें बढ़ोतरी का कोई रुझान नहीं है।
मौसमी फ्लू की घटनाएं वैश्विक
मंत्रालय ने कहा कि मौसमी फ्लू की घटनाएं वैश्विक हैं। देश में यह हर साल जनवरी-मार्च और मानसून के बाद होते हैं। इसलिए मार्च के आखिर से इनमें गिरावट शरू हो जाएगी।
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