भोपाल। किसान-कल्याण (farmer welfare) तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) ने कहा है कि दलहन और तिलहन के रूप में इस्तेमाल हो रही सोयाबीन की अब सब्जी भी बन सकेगी। कृषि अनुसंधान केन्द्र इंदौर के वैज्ञानिकों ने हरी फली वाली सोयाबीन (legume soybeans) की किस्म को विकसित किया है। इससे आम आदमी की थाली और पौष्टिक होगी। कृषि मंत्री श्री पटेल ने बालाघाट के चावल चिन्नौर किस्म को जीआई टैग मिलने पर प्रदेश के किसानों की ओर से प्रधानमंत्री और केन्द्रीय कृषि मंत्री का आभार ज्ञापित किया है।
कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में प्रचलित फसलों की 35 नई आधुनिक किस्में राष्ट्र को समर्पित की हैं। खेती को लाभ का धंधा बनाने का संकल्प पूरा करने में देश के साथ मध्यप्रदेश के कृषि वैज्ञानिक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यह फसलें किसानों को आत्म-निर्भर बनाने में सफल होंगी। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई फसलों की यह नई किस्में छोटे और सीमांत किसानों के लिए बेहद फायदेमंद होंगी। कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय दोगुना करने का संकल्प पूरा करने में जुटे हैं।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश के कृषि वैज्ञानिक और अनुसंधान केन्द्रों का किसानों की आय को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिन नई फसलों को राष्ट्र को समर्पित किया है, उनमें हरी फली वाली सोयाबीन देश में पहली बार विकसित हुई है। इसे अब सब्जी के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि किसानों और वैज्ञानिकों का गठजोड़ देश को आत्म-निर्भर बनाएगा। उन्होंने कहा कि प्रमुख फसलों जैसे अरहर, चना, बाजरा आदि की जो नई किस्में विकसित की गई हैं, वह पौष्टिकता से भरपूर हैं और उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता है, जिससे फसलों पर कीट-पतंगे लगने का डर नहीं है, छोटे और सीमांत किसानों के लिए यह काफी सुरक्षित और फायदेमंद साबित होगी। देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जैव ईंधन तैयार करने के लिए ज्वार की नवीन किस्म विकसित की गई है जो किसानों के लिए वरदान होगी।
जी.आई. टैग के लिये प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री का किया आभार व्यक्त
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने मध्यप्रदेश के चावल को जी.आई. टैग मिलने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय कृषि मंत्री का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि अब बालाघाट के सुगंधित चावल की महक से पूरा भारत महकेगा। श्री पटेल ने कहा कि बालाघाट की चिन्नौर किस्म को जी.आई. टैग मिलने से क्षेत्र के किसान उत्साहित हैं। जी.आई. टैग किसानों के लिये प्रोत्साहन और प्रेरणा का मार्ग प्रशस्त करेगा।
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